संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा के जेवर में बना रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए रैपिड रेल कॉरिडोर बनने से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के यातायात में बड़ा बदलाव आएगा। गाजियाबाद से लेकर जेवर तक 72 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर पर रैपिड रेल और मेट्रो एक साथ दौड़ेंगे। रैपिड रेल के रूप में यहां नमो भारत रेल लोगों की यात्रा को सुखम बनाएगी। इससे यात्रा में लगने वाले समय में काफी कमी आएगी इस परियोजना का निर्माण 2031 तक पूरा हो जाएगा। इस मार्ग पर चलने वाली नमो भारत रेल और मेट्रो का संचालन नोएडा कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) करेगी।
एनसीआरटीसी ने यमुना प्राधिकरण में प्रस्तुति पेश कर आगामी 4 अप्रैल तक परियोजना की डीपीआर सौपने की बात कही है। इस योजना के पूरा होने पर आईजीआई एयरपोर्ट से सराय काले खा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा होकर नोएडा एयरपोर्ट तक पहुंचा जा सकेगा। इस पूरी परियोजना के लिए गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट तक बनने वाला रेल कॉरिडोर पहले चरण में बन कर तैयार हो जाएगा। पहले इसको दो चरणों में बनाने की योजना थी इस कॉरिडोर पर नमो भारत रेल 120 से 140 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से दौड़ेगी इस कॉरिडोर पर कुल 25 स्टेशन बनाए जाएंगे। नमो भारत रैपिड रेल केवल 11 स्टेशनों पर रुकेगी जबकि मेट्रो सभी 25 स्टेशनों पर रुक कर चलेगी। अर्थात हर दो मेट्रो स्टेशन के बाद नमो भारत रेल का स्टेशन बनेगा। हालांकि भविष्य में आने वाले समस्याओं को धान में रखते हुए इन स्टेशनों की यात्रा संख्या को बढ़ाकर 38 किया जा सकेगा।
गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट कॉरिडोर तक यह होंगे स्टेशन
इस कॉरिडोर पर बनने वाले 25 स्टेशनों में गाजियाबाद का सिद्धार्थ विहार, गाजियाबाद दक्षिण, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर 16, गौर सिटी के पास, ग्रेटर नोएडा वेस्ट चार मूर्ति, ईकोटेक 12, ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर 2, ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर 3, ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर 10, ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर 12, नॉलेज पार्क 5, पुलिस लाइन सूरजपुर, सूरजपुर, मलकपुर, ईकोटेक 2, नॉलेज पार्क 3, सेक्टर गम्मा 1, परी चौक, सेक्टर ओमेगा 2, सेक्टर 53, इकोटेक, दनकौर, यीडा दक्षिण सेक्टर 18, यीडा सेक्टर 21 एवं 35 और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट स्टेशन शामिल होंगे।
IGI दिल्ली से 50 मिनट में तय होगा नोएडा एयरपोर्ट का सफर
बताया जा रहा है कि 72.5 किलोमीटर के इस ट्रैक को तैयार होने पर रैपिड रेल के माध्यम से नोएडा एयरपोर्ट से आईजीआई दिल्ली तक का सफर 45 से 50 मिनट में तय हो सकेगा। सराय काले खा में इसका मेन जंक्शन तैयार हो रहा है। दिल्ली आईजीआई पर उतरने वाले किसी यात्री को जेवर में नोएडा एयरपोर्ट से दूसरी फ्लाइट लेनी होगी तो वह आरटीएस से गाजियाबाद होते हुए रैपिड रेल से सीधे जेवर पहुंच सकेगा। इस सफर को 45 से 50 मिनट दूरी वाला रखने का टारगेट एनसीआरटीसी ने रखा है।
8 महीने में शुरू होगा निर्माण कार्य 16 हजार करोड़ होंगे खर्च
जेवर के निर्माण नोएडा एयरपोर्ट पर करीब दस हजार से ज्यादा वर्कर अलग-अलग शिफ्ट में काम कर रहे हैं। अक्टूबर 2024 में एयरपोर्ट का संचालन शुरू हो जाएगा और अप्रैल से इसका ट्रायल शुरू होने की तैयारी है। जिसके लिए करीब 6 महीने तक लगातार ट्रायल चलेगा। एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी एयरपोर्ट का संचालन शुरू होने तक तैयार की जाएगी। इसके लिए कई प्रोजेक्टों पर काम चल रहा है लेकिन हाई स्पीड कनेक्टिविटी के लिए रैपिड रेल का प्रोजेक्ट स्थापित करने का फैसला लिया गया था। अब इसी रैपिड रेल के ट्रैक पर मेट्रो का संचालन भी होगा ताकि लोकल कनेक्टिविटी बेहतर हो सके। यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुण सिंह ने बताया की डीपीआर बनने के बाद उसे शासन को भेजा जाएगा। करीब 16000 करोड़ का अनुमानित बजट इस ट्रैक को तैयार करने के लिए खर्च होने का अनुमान है।