संचार नाउ | ऑटोमोबाइल सेक्टर में तेजी से हो रहे बदलावों और तकनीकी उन्नति के बीच मिंडा कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने बड़ा निवेश करने का ऐलान किया है। कंपनी 500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट स्थापित करने जा रही है, जिसमें Wiring Harness सहित क्लस्टर्स, सेंसर और कनेक्टर्स का उत्पादन किया जाएगा।
दरअसल, मिंडा कॉर्पोरेशन की यह पहल न केवल उत्पादन क्षमता को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी, बल्कि रोजगार सृजन के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। कंपनी के अनुसार, इस प्रोजेक्ट से सीधे तौर पर 2200 लोगों को रोजगार मिलेगा, जबकि अप्रत्यक्ष रूप से 5000 से अधिक लोगों को आजीविका के अवसर प्राप्त होंगे।
इस प्रोजेक्ट में कुल निवेश 500 करोड़ रुपये से अधिक होगा, जिसमें से 250 करोड़ रुपये से अधिक केवल प्लांट और मशीनरी में लगाए जाएंगे। कंपनी का दावा है कि वायरिंग हार्नेस (Wiring Harness) डिवीजन के तहत डिजाइन और इंजीनियरिंग को और अधिक किफायती व उन्नत बनाया जाएगा। साथ ही, लेबर प्रोडक्टिविटी को भी बढ़ावा मिलेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक ऑटोमोबाइल वायरिंग हार्नेस मार्केट बीते कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ा है। वाहन निर्माण में बढ़ती जटिलता और उन्नत तकनीकों को अपनाने के कारण इसकी मांग में जबरदस्त इजाफा हुआ है। खासतौर पर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs), ऑटोनॉमस ड्राइविंग टेक्नोलॉजी और एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) के चलते वायरिंग हार्नेस की भूमिका और अधिक अहम हो गई है।
उद्योग जगत का कहना है कि इस प्रोजेक्ट से क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी और भारत के ऑटोमोटिव मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में तेजी से उभरने की दिशा में एक और बड़ा कदम साबित होगा।