भारत और ए़डिलेड के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में अभी तक दो दिन का खेल पूरा हो चुका है. खेल के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया और फिर गेंदबाजों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी. टीम इंडिया अपनी दूसरी पारी में 125 रन पर ही 5 विकेट गंवा चुकी है और वह अभी भी 29 रनों से पीछे है. वहीं, खेल के दूसरे दिन तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने भी फैंस को एक बड़ी टेंशन दे दी. वह गेंदबाजी के दौरान थोड़ा असहज महसूस कर रहे थे और फिर फिजियो को भी मैदान पर आना पड़ा. ऐसे में बुमराह की ये चोट कितनी गंभीर है इस पर टीम के बॉलिंग कोच मोर्ने मोर्कल ने बड़ा अपडेट दिया.
जसप्रीत बुमराह की चोट पर बड़ा अपडेट
दरअसल, ऑस्ट्रेलियाई पारी के 81वें ओवर में जसप्रीत बुमराह गेंदबाजी कर रहे थे. वह इस ओवर की चौथी गेंद पर जब गेंद डालने के लिए दौड़े और जैसे ही वो गेंद डालने वाले थे, तभी अचानक रुक गए. इसके बाद बुमराह मैदान पर ही बैठ गए और दर्ज में नजर आए. इसके बाद तुरंत ही भारतीय टीम के फिजियो भी मैदान पर आ गए और उनकी जांच करने लगे. हालांकि, बुमराह तुरंत उठे और फिर से बॉलिंग के लिए लौट गए. ऐसे में दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया के बॉलिंग कोच मोर्ने मोर्कल ने बुमराह की चोट के बारे में खुद बताया.
भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने कहा कि यह सिर्फ ऐंठन थी और यह तेज गेंदबाज फिट है. मोर्कल ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘बुमराह फिट हैं. यह महज ऐंठन थी. आपने देखा होगा कि उन्होंने उसके बाद भी गेंदबाजी की और विकेट भी लिए.’ बता दें, एडिलेड टेस्ट की पहली पारी में जसप्रीत बुमराह ने कुल 4 बल्लेबाजों का शिकार किया. उन्होंने कुल 23 ओवर गेंदबाजी की और 61 रन देकर ऑस्ट्रेलिया को ये 4 झटके दिए. इस दौरान उन्होंने ख्वाजा, मैकस्विनी, स्टीव स्मिथ और कप्तान पैट कमिंस जैसे बड़े बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया.
भारतीय गेंदबाजी पर क्या बोले मोर्ने मोर्कल?
मोर्ने मोर्कल ने ये भी स्वीकार किया कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के दौरान टीम के गेंदबाजों को अपनी रणनीति पर अमल करने और सही लेंथ पर गेंदबाजी करने के लिए संघर्ष करना पड़ा और इसका कारण पिंक बॉल की क्रिकेट में उनका सीमित अनुभव है. मोर्कल ने कहा, ‘इस विकेट पर पिंक बॉल से अभी तक कुछ ना कुछ होता रहा है. अगर आप लगातार अपनी सही लेंथ पर गेंदबाजी कर रहे हैं तो कुछ गेंद ही खराब जाती हैं. आखिर में अपनी रणनीति तैयार करना और उस पर अमल करना महत्वपूर्ण होता है. जहां तक भारत का सवाल है तो मुझे लगता है कि यह टीम अभी भी यह पता लगा रही है कि पिंक बॉल क्रिकेट खेलने का सबसे अच्छा तरीका क्या है क्योंकि हमारे पास पिंक बॉल खेलने का बहुत अधिक अनुभव नहीं है. इसलिए हमारी टीम अभी पिंक बॉल से खेलना सीख रही है.’