ग्रेटर नोएडा (संचार नाउ)। ग्रेटर नोएडा के सेक्टरों, हाउसिंग सोसाइटियों और ग्रामीण इलाकों में मच्छरों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, जिससे डेंगू, मलेरिया और वायरल बुखार जैसी बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के स्वास्थ्य विभाग द्वारा मच्छरों से बचाव हेतु अब तक किसी प्रकार की फॉगिंग या कीटनाशक दवाओं का छिड़काव नहीं कराया गया है।
निवासियों का कहना है कि तापमान बढ़ने के साथ ही मच्छरों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई एहतियाती कदम नहीं उठाया गया है। “हर शाम सोसायटी में मच्छरों की भरमार हो जाती है, बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है,”
ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति और भी गंभीर है। गांवों में खुले नाले और रुका हुआ पानी मच्छरों के पनपने के लिए उपयुक्त माहौल बना रहे हैं। गांववासी बताते हैं कि काफी समय से नियमित फॉगिंग नहीं कराई गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अप्रैल-मई में मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ती है और यह वह समय होता है जब कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जाना बेहद जरूरी होता है। यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले हफ्तों में मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप और अधिक फैल सकता है।
प्राधिकरण के स्वास्थ्य विभाग की चुप्पी व अधिकारियों के उदासीनता ने इस पूरे मामले में कई सवाल खड़े कर रही है। स्थानीय लोगों की मांग है कि तुरंत सभी सेक्टरों, सोसाइटियों और गांवों में फॉगिंग और एंटी-लार्वा दवाओं का छिड़काव शुरू किया जाए, ताकि स्थिति नियंत्रण में लाई जा सके।