मध्य प्रदेश की उज्जैन साउथ विधानसभा सीट से विधायक मोहन यादव को बीजेपी ने सीएम पद की जिम्मेदारी दी है. इसको लेकर उनके समर्थकों में जश्न का माहौल है. ये जश्न और खुशी एमपी तक ही सीमित नहीं है. यूपी के सुल्तानपुर में भी काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. इसकी राजनीतिक नहीं बल्कि एक खास वजह है.
दरअसल, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति में पैर जमाने वाले मोहन यादव की ससुराल यूपी के सुल्तानपुर जिले में है. गांव कुर्रा दड़वा (फुलौना के निकट) और वर्तमान में नगर के डिहवा विवेकानंद नगर मोहल्ला निवासी ब्रह्मादीन यादव (96) की बेटी से उनकी शादी हुई थी.
‘1994 में मोहन यादव जी के साथ हुई थी बहन सीमा की शादी’
मोहन यादव के सबसे छोटे साले विवेकानंद यादव ने बताया कि बहन सीमा यादव की शादी साल 1994 में मोहन यादव जी के साथ हुई थी. शादी की सभी रस्में उज्जैन में निभाई गई थीं. हम लोगों ने वहां जाकर बहन की शादी की थी.
वहीं, छह महीने पहले मोहन जी की माता जी का निधन हुआ था. इस दौरान सीमा मायके सुल्तानपुर आई थीं. विवेकानंद ने आगे बताया कि 96 साल के उनके पिता ब्रह्मानंद की तबीयत खराब चल रही है. इस वजह से मोहन यादव सुल्तानपुर हुए थे.
उन्होंने बताया कि तीन भाइयों में सीमा अकेली बहन हैं. उनके पति के सीएम बनने की खुशी से जनपद वासियों में बहुत खुशी है. एमपी के नए सीएम बने मोहन यादव 1994 में विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री थे. तब से भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहे. उनके पिता एमपी के टीआरएस कॉलेज (रीवा जनपद) में प्रधानाचार्य पद से रिटायर हुए थे.