यूपी के अलीगढ़ में दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है. जहां सूदखोरों की दबंगई से परेशान होकर एक पिता अपने ग्यारह साल के बेटे को बेचने के लिए मजबूर हो गया. जिसके बाद वो अपने पूरे परिवार के साथ गांधी पार्क बस स्टैंड चौराहे पर बैठक गया. पिता ने अपने गले में एक तख्ती लटका ली कि ‘मेरा बेटा बिकाऊ है, मुझे बेटा बेचना है’ इस बात की भनक जब पुलिस को लगी तो वो तत्काल उसे थाने ले गई और दोनों पक्षों में समझौता कराया. जिसके बाद कहीं जाकर ये मामला शांत हो सका.
ये मामला महुआखेड़ा थाना क्षेत्र के असदपुर कयाम इलाके का रहा है, जहां रहने वाले राजकुमार ने कुछ महीनों पहले एक जमीन खरीदी थी. इसके लिए उसने एक शख्स से कुछ रुपये उधार लिए थे. राजकुमार का कहना है कि कर्ज देने के कुछ दिन बाद ही वो उसे परेशान करने लगा. उसने कर्ज के पैसे निकलवाने के लिए राजकुमार की जमीन के कागज ले लिए और उन्हें बैंक के पास गिरवी रखकर उनपर लोन ले लिया.
बेटे को बेचने को मजबूर हुआ पिता
आरोप है कि इसके बाद उसे न तो जमीन ही मिल पाई और न ही पैसे और अब वो उससे कर्ज वसूलने के लिए दबाव भी बना रहा है. पीड़ित ने कहा कि वो धीरे-धीरे उसका कर्जा चुका देगा, लेकिन वो मानने को तैयार नहीं. यही नहीं आरोपी ने उसका ई-रिक्शा तक छीन लिया, जिससे उसकी रोजी-रोटी का साधन भी छूट गया है. जब उसने पुलिस थाने में इसकी शिकायत की, पुलिस ने भी उसकी गुहार नहीं सुनी, जिसके बाद वो दबंग से तंग आकर अपने बेटे, बेटी और पत्नी के साथ चौराहे पर आकर बैठ गया.
‘मेरा बेटा बिकाऊ है’
राजकुमार अपने गले में तख्ती लटका कर बैठ गया, जिस पर लिखा था मेरा बेटा बिकाऊ है, मुझे अपना बेटे बेचना है. चौराहे पर पूरे परिवार को बैठा देख वहां बड़ी संख्या में लोग भी इकट्ठा हो गए. पीड़ित ने कहा कि वो अपना बेटा बेचने के लिए मजबूर है ताकि वो कर्ज चुका सके. कोई उसके बेटे को छह से आठ लाख रुपये में खरीद ले, ताकि वो कम से कम अपनी बेटी को तो ठीक से पाल सके और उसकी शादी कर सके.
पुलिस ने कराया दोनों पक्षों का समझौता
इस बात की खबर जब महुआखेड़ा पुलिस थाने को लगी तो वो भी तत्काल वहां पहुंची और पीड़ित पिता को परिवार समेत थाने ले आई. जिसके बाद थाने में ही दूसरे पक्ष को भी बुलाया है. राजकुमार ने कहा कि उसे अपने रिश्तेदार से पचास हजार रुपये का कर्ज लिया था, जिसे वो चुका नहीं पाया है. इसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया. राजकुमार ने कहा कि वो धीरे-धीरे पैसा वापस कर देगा. जिसके बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया.