महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी अजीत गुट के बड़े नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार (12 अक्तूबर) की देर रात मुंबई के बांद्रा ईस्ट में गोली मारकर हत्या कर दी गई. बताया जा रहा है कि उनको सीने और पेट में 2-3 गोलियां लगी हैं. वो अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर गए हुए थे. उसी वक्त उन पर अचानक गोलीबारी हो गई. पुलिस ने बाबा सिद्दीकी पर हमला करने वाले शूटर्स को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, बाबा सिद्धकी और जीशान सिद्धकी रात 9 बजे तक खेरवाड़ी स्थित अपने कार्यालय में थे. इसके बाद करीब 9:30 बजे दोनों एक साथ घर जाने वाले थे, लेकिन अचानक जीशान सिद्दीकी को फोन आया और वो पहले खेरवाड़ी जाने के लिए ऑफिस से निकल गए.
कैसे हुआ हमला?
वहीं जीशान सिद्दीकी के निकलने के ठीक पांच मिनट बाद बाबा सिद्दीकी हमेशा की तरह अपने कार्यकर्ताओं से मिलते हुए बाहर निकले. कहा जा रहा है कि बाबा सिद्दकी की कार ऑफिस से 100 मीटर की दूरी पर खड़ी थी. इस दौरान लोगों से मिलते समय बाबा सिद्दकी के कार पास अचानक बम फटने की आवाज आई.
ऐसे में कार्यकर्ताओं ने पहले सोचा कि पटाखे चल रहे हैं, लेकिन आसपास कोई दुर्गामाता उत्सव न होने के कारण शक हुआ. तभी बम के फटने से काफी धुआं निकला और गोलियों की तेज आवाज सुनाई दी. इसके बाद जैसे ही कार्यकर्ता कार के पास पहुंचे तो उन्होंने देखा कि तीन लोग भाग रहे थे और बाबा सिद्धकी खून से लथपथ थे. तभी पास के एक कार्यकर्ता ने तुरंत बाबा सिद्धकी को लीलावती अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी मौत हो गई.
जानकारी के अनुसार, बाबा सिद्दिकी पर हुई फायरिंग में 9.9 MM की पिस्टल का इस्तेमाल हुआ और पुलिस ने पिस्टल को भी जब्त कर लिया है. बाबा सिद्दीकी के साथ मौजूद एक और व्यक्ति को गोली लगी है जो लीलावती अस्पताल में भर्ती है.