भारत की स्टार मुक्केबाज और दो बार की विश्व चैंपियन निखत जरीन ने शानदार वापसी करते हुए विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल्स 2025 में स्वर्ण पदक जीत लिया है। उन्होंने महिला 51 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में चीनी ताइपे की मुक्केबाज झुआन यी गुओ को 5-0 के अंतर से एकतरफा मुकाबले में हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। निखत जरीन ने इस जीत के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगभग 21 महीने से चला आ रहा अपना पदक का सूखा खत्म किया है। उन्होंने इससे पहले 2023 में विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था।

फाइनल मुकाबले में निखत शुरू से ही आक्रामक दिखीं और उन्होंने चीनी ताइपे की बॉक्सर को कोई मौका नहीं दिया। उन्होंने मुकाबला 5-0 के स्कोर से आसानी से अपने नाम किया। निखत के साथ मीनाक्षी हुड्डा (48 किग्रा), प्रीति पवार (54 किग्रा), अरुंधति (70 किग्रा) और नुपुर शेओरेन (80+ किग्रा) ने भी स्वर्ण पदक जीते।
ओलंपिक-क्लास के खास डिवीजनों में अपना दबदबा दिखाते हुए, भारत की महिलाओं ने ऐतिहासिक जीत के साथ बढ़त बनाई, जबकि पुरुषों के सेक्शन में दो स्वर्ण पदक मेजबान देश के लिए एक अहम मील के पत्थर बन गए। भारत ने इस अभियान को कैंपेन को नौ स्वर्ण, छह रजत और पांच कांस्य पदक के साथ खत्म किया, जिसमें हिस्सा लेने वाले 20 मुक्केबाज़ों में से हर एक ने पोडियम पर जगह बनाई।
आज का दिन भारत की महिलाओं के नाम रहा, जिन्होंने दोपहर के सेशन में मीनाक्षी (48 किग्रा ), प्रीति (54 किग्रा), अरुंधति चौधरी (70 किग्रा), और नूपुर (80 किग्रा) के साथ एक-एक स्वर्ण पदक जीता। इसी तरह शाम के सेशन में निखत जरीन (51 किग्रा), जैस्मिन लैम्बोरिया (57 किग्रा), और परवीन (60 किग्रा), सभी पोडियम पर टॉप पर पहुंचीं। लॉस एंजिलिस ओलंपिक्स में सभी वेट कैटेगरी में जेंडर पैरिटी लाने की तैयारी है, ऐसे में आखिरी दिन भारतीय महिलाओं के दबदबे ने वर्ल्ड बॉक्सिंग में देश के बढ़ते रुतबे को और दिखाया।
कंधे की चोट के कारण एक साल बाहर रहने के बाद सितंबर में विश्व चैम्पियनशिप के जरिये वापसी करने वाली निखत ने 51 किलो वर्ग में कड़े सेमीफाइनल मुकाबले में उजबेकिस्तान की जानीवा गुलसेवर को हराया था। निखत आखिरी बार 20 महीने पहले पिछले साल फरवरी में स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नामेंट में पोडियम तक पहुंची थी ।













