संचार नाउ। गौतमबुद्ध नगर में चर्चित निक्की हत्याकांड में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए निक्की के पति विपिन सहित चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह मामला न केवल क्षेत्र में सनसनी का कारण बना बल्कि महिला सुरक्षा और घरेलू हिंसा के मुद्दे को भी फिर से सुर्खियों में ले आया है।

दरअसल, गुरुवार को दादरी विधानसभा से विधायक तेजपाल नागर पीड़ित परिवार से मिलने रूपवास गांव पहुँचे। उन्होंने निक्की के पिता भिखारी सिंह और परिजनों को ढांढस बंधाया और आश्वासन दिया कि इस कठिन घड़ी में वे और उनकी पूरी टीम परिवार के साथ खड़े हैं। विधायक ने पुलिस की तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि सभी आरोपियों को जल्द ही कठोर सजा मिलेगी ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी घटना करने से पहले सौ बार सोचे।
हालांकि, जब मीडिया ने विधायक से यह सवाल पूछा कि निक्की लगातार अत्याचार और मारपीट का शिकार हो रही थी, फिर भी उसने पुलिस को कभी शिकायत क्यों नहीं दी? क्या उसे उत्तर प्रदेश पुलिस पर भरोसा नहीं था? इस सवाल पर विधायक असहज नज़र आए और विषय बदलते हुए जवाब देने से कतराते दिखे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि निक्की के साथ लंबे समय से मारपीट और उत्पीड़न हो रहा था, लेकिन उसने सामाजिक कारणों और बदनामी के डर से पुलिस से मदद नहीं मांगी। अब सवाल यह उठ रहा है कि अगर समय रहते उसकी शिकायत पर कार्रवाई होती, तो शायद यह दर्दनाक घटना टल सकती थी।
फिलहाल, निक्की की मौत ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है और लोग न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं। परिजन साफ कह चुके हैं कि जब तक सभी आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा नहीं मिलती, उनकी बेटी की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी।