संचार नाउ। भारत के सबसे आधुनिक और महत्वाकांक्षी हवाईअड्डों में से एक नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) ने यात्रियों के लिए अंतिम-मील परिवहन को सहज और स्मार्ट बनाने के लिए Uber के साथ रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है। इस सहयोग का उद्देश्य यात्रियों को हवाई अड्डे से उनके गंतव्य तक एक निर्बाध, सुरक्षित और तकनीक-सक्षम परिवहन सेवा उपलब्ध कराना है।
दरअसल, यह समझौता न केवल यात्रियों की सुविधा को बढ़ावा देगा, बल्कि उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के “नई उड़ान – नया उत्तर प्रदेश” विजन को भी साकार करेगा, जिसके तहत राज्य को लॉजिस्टिक्स और इन्फ्रास्ट्रक्चर का राष्ट्रीय केंद्र बनाने की दिशा में तीव्र प्रयास किए जा रहे हैं। यह करार नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की भविष्यदृष्टि को दर्शाता है – जहां टेक्नोलॉजी, ग्रीन एनर्जी, और पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिए भारत को एक ग्लोबल ट्रांसपोर्टेशन हब बनाने की योजना है। Uber के साथ यह साझेदारी न केवल यात्रियों को सुविधा देगी, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के उभरते बुनियादी ढांचे को भी अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाएगी।
Uber देगी यात्रियों को ये प्रमुख सुविधाएं
- डेडिकेटेड पिकअप ज़ोन और ऑन-ग्राउंड सहायता
- रियल-टाइम ट्रैकिंग और अनुमानित आगमन समय
- कैशलेस भुगतान विकल्प
- SOS बटन सहित सुरक्षा-संवेदनशील सुविधाएं
- UberGo, Premier और UberXL जैसे कई विकल्प
- 24×7 उपलब्धता
इस साझेदारी के बारे में क्रिस्टोफ श्नेलमैन, CEO, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने कहा कि “हमारा लक्ष्य है कि हवाई अड्डे पर उतरते ही यात्रियों को एक भरोसेमंद और सहज ट्रैवल एक्सपीरियंस मिले। Uber के साथ यह साझेदारी इसी दिशा में एक बड़ा कदम है।” वही अर्नब कुमार, डायरेक्टर – बिजनेस डेवलपमेंट, Uber इंडिया व साउथ एशिया ने कहा कि “NIA के साथ साझेदारी कर हम अत्यंत गौरवान्वित हैं। इससे यात्रियों को Uber ऐप के जरिए टेक-सक्षम और सुरक्षित लास्ट-माइल ट्रैवल एक्सपीरियंस मिलेगा।”
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट: भारत का भविष्य का गेटवे
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जिसे Jewar Airport भी कहा जाता है, उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के जेवर में बनाया जा रहा है। यह एयरपोर्ट भारत का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट होगा। इसका IATA कोड DXN है और यह दिल्ली-NCR, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड और राजस्थान जैसे राज्यों को जोड़ने वाला प्रमुख केंद्र बनेगा। इसकी विकास एजेंसी Yamuna International Airport Pvt Ltd (YIAPL) है और विदेशी निवेशक Zurich Airport International AG (100% स्वामित्व) है।
इसका अक्टूबर 2021 से निर्माण कार्य शुरू इसके पहले पहला चरण में एक रनवे और एक टर्मिनल बनाया जाएगा जिसकी क्षमता 1.2 करोड़ यात्री प्रति वर्ष होगी। वही इसका पूरा विस्तार में चार रनवे होंगे जिनकी 70 मिलियन यात्रियों की वार्षिक क्षमता होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस एयरपोर्ट को राज्य की अर्थव्यवस्था का इंजन बनाने का संकल्प लिया है। यह परियोजना एयर कार्गो, लॉजिस्टिक्स, मैन्युफैक्चरिंग और पर्यटन के क्षेत्र में लाखों रोजगार पैदा करेगी और पूर्वांचल व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास में क्रांति लाएगी।
Uber: भारत में स्मार्ट ट्रांसपोर्ट का पर्याय
Uber ने 2013 में भारत में शुरुआत की थी और आज यह देश के 125 से अधिक शहरों में उपलब्ध है। Uber ऐप के माध्यम से लाखों भारतीय रोज़ाना स्मार्ट, सुरक्षित और किफायती सफर करते हैं। Uber भारत में 1 मिलियन से अधिक ड्राइवरों को रोज़गार देने वाला एक प्रमुख प्लेटफॉर्म है।