संचार नाउ। नोएडा के थाना सेक्टर-39 क्षेत्र में नाले से मिली महिला की सिर और हाथ कटी लाश के सनसनीखेज मामले का पुलिस ने बड़ा खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर को सुलझाते हुए आरोपी मोनू सिंह को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने अपने अवैध संबंधों, पैसों के विवाद और ‘बेटियों से अनैतिक कार्य करवाने’ की धमकी से परेशान होकर इस वारदात को अंजाम देने की बात कबूल की है।
डीसीपी नोएडा जोन यमुना प्रसाद के अनुसार, इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस ने करीब 5,000 सीसीटीवी फुटेज, 60–70 हजार मोबाइल नंबरों का विश्लेषण किया और 1,100 से अधिक वाहनों को ट्रैक किया। इनमें से 44 संदिग्ध वाहनों को ज़ीरो इन किया गया। मृतका की एकमात्र पहचान उसके पैरों में पहने बिछुए थे। जांच तभी आगे बढ़ी जब एक संदिग्ध एसी बस घटना स्थल के पास से गुजरती दिखाई दी, जिसे बाद में आरोपी मोनू चला रहा था।
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी और मृतका प्रीति यादव की मुलाकात बरौला की एक जीन्स फैक्ट्री में हुई थी, जहाँ मोनू की मां और प्रीति साथ काम करती थीं। दोनों के बीच लगभग ढाई वर्ष तक अवैध संबंध रहे। बाद में प्रीति ने मोनू पर शादी और 4–5 लाख रुपये की मांग का दबाव बनाना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, विवाद बढ़ने पर प्रीति ने मोनू को धमकी दी कि वह उसकी बेटियों से अनैतिक कार्य करवाएगी जो मोनू के लिए बर्दाश्त से बाहर था।
हत्या की योजना बनाकर मोनू ने एक चापड़ (मीट काटने का हथियार) खरीदा और प्रीति को अपनी डार्क ग्लास वाली एसी बस में बैठाया। रास्ते में भोजन के दौरान झगड़ा बढ़ा और जब महिला ने फिर वही धमकी दी, तो मोनू ने चापड़ से उसका गला काट दिया। पहचान छुपाने के लिए उसने सिर और दोनों हाथों के पंजे भी काट दिए और शव को नाले में फेंक दिया। शेष अंग और कपड़े गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार इलाके में रेलवे ट्रैक पर फेंक दिए। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने शरीर के अंग, कपड़े और अन्य सामान बरामद किया है। फोरेंसिक जांच में मानव रक्त की पुष्टि हुई है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।


