विराट कोहली ने भले ही टेस्ट और टी20 फॉर्मेट को अलविदा कह दिया हो, भले ही उनका करियर अब ढलान पर हो लेकिन अब उनके ही घर का एक चिराग क्रिकेट के मैदान पर छाने को तैयार है. बात हो रही है विराट कोहली के भतीजे आर्यवीर कोहली की, जो जल्द दिल्ली प्रीमियर लीग में धमाल मचाने वाला है. दरअसल दिल्ली प्रीमियर लीग के अगले सीजन की नीलामी 2 और 3 जुलाई को होने वाली है और इसमें दिल्ली के कई उभरते हुए खिलाड़ी शामिल होंगे. इन्हीं खिलाड़ियों में एक नाम आर्यवीर कोहली का भी है. बड़ी बात ये है कि इस लीग में इस बार वीरेंद्र सहवाग के दोनों बेटे आर्यवीर और वेदांत सहवाग भी नजर आ सकते हैं. इन दोनों का नाम भी डीपीएल की बोली के लिए सेलेक्ट हुआ है.
आर्यवीर कोहली हैं लेग स्पिनर
आर्यवीर कोहली अपने चाचा विराट की तरह बल्लेबाज नहीं बल्कि एक लेग स्पिनर हैं. ये खिलाड़ी विराट कोहली के ही कोच राजकुमार शर्मा से वेस्ट दिल्ली क्रिकेट एकेडमी में ट्रेनिंग लेता है. आर्यवीर कोहली को नीलामी की सी कैटेगिरी में रखा गया है. पिछले सीजन इस खिलाड़ी ने दिल्ली अंडर 16 में रजिस्ट्रेशन कराया था. आर्यवीर सहवाग आईपीएल के दौरान अपने चाचा के साथ रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जर्सी में नजर आते थे लेकिन अब ये खिलाड़ी दिल्ली प्रीमियर लीग में दिखाई देगा.
सहवाग के दोनों बेटों पर भी नजरें
वीरेंद्र सहवाग के दोनों बेटे दिल्ली प्रीमियर लीग में नजर आने वाले हैं. आर्यवीर सहवाग के बड़े बेटे हैं, जिनकी उम्र 17 साल है. वो दिल्ली की अंडर 19 टीम के सदस्य हैं और हाल ही में उन्होंने मेघालय के खिलाफ 297 रनों की विस्फोटक पारी खेली थी. इस खिलाड़ी को डीपीएल की कैटेगिरी बी में रखा गया है. वेदांत सहवाग को भी कैटेगिरी बी में जगह मिली है जो दिल्ली की अंडर 16 टीम में खेलते हैं. वेदांत एक ऑफ स्पिनर हैं.
दिल्ली प्रीमियर लीग है बेहद अहम
दिल्ली प्रीमियर लीग में इस बार दो नई टीमें खेलने वाली हैं. इसमें ईस्ट दिल्ली राइडर्स, नॉर्थ दिल्ली स्ट्राइकर्स, वेस्ट दिल्ली लायंस, साउथ दिल्ली सुपरस्टार्स, पुरानी दिल्ली-6 और सेंट्रल दिल्ली किंग्स शामिल हैं. इस बार आउटर दिल्ली और नई दिल्ली फ्रेंचाइजी भी मैदान में नजर आएगी. पिछली बार इस लीग से प्रियांश आर्या जैसा खिलाड़ी सुर्खियों में आया था. प्रियांश आर्या ने दिल्ली प्रीमियर लीग के पहले सीजन में 6 गेंदों पर 6 छक्के लगाए थे. इसके बाद पंजाब किंग्स ने प्रियांश पर 3 करोड़ 80 लाख रुपये का दांव लगाया था. ये दांव सही भी साबित हुआ क्योंकि बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने अपने डेब्यू आईपीएल में ही 545 रन कूट दिए. जिसमें एक शतक भी शामिल था. प्रियांश के इस योगदान के दम पर पंजाब की टीम फाइनल में पहुंची हालांकि खिताबी जंग में उसे आरसीबी से हार मिली.