देहरादून। उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड (यूटीडीबी) ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के दिशा-निर्देशों के अनुसार मसूरी आने वाले पर्यटकों के पंजीकरण के लिए पोर्टल तैयार किया है। इसमें मसूरी आने से पहले पर्यटकों को पंजीकरण कराना अनिवार्य हो गया है। इससे मसूरी की भोड़ और यातायात की वास्तविक (रिवल टाइम) जानकारी मिलेगी।
पंजीकरण शुरू
मसूरी आने वाले पर्यटकों का पंजीकरण शुरू हुआ। प्रदेश पर्यटन विभाग के अनुसार शुरुआती दो दिन (30 व 31 जुलाई) को यह परीक्षण के तौर पर किया जा रहा है।
देहरादून के पर्यटन जिला अधिकारी बृजेंद्र पांडे ने बताया कि उत्तराखंड पर्यटन की ओर से यह जिम्मेदारी GETHICS नामक संस्था को दी गई है। उन्होंने बताया कि मसूरी आने वाले पर्यटकों का पंजीकरण होटल, गेस्ट हाउस या होम स्टे द्वारा चेक इन के समय किया जाएगा,और फिर इसका डेटा पर्यटन विभाग के पोर्टल पर प्रतिदिन अपलोड करना होगा। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण(NGT) के दिशा निर्देशों के अनुपालन में पर्यटकों का पंजीकरण किया जा रहा है।
पर्यटन अधिकारी के अनुसार होटल, गेस्ट हाउस या होने स्टे को पहले अपने संस्थान को पोर्टल पर पंजीकृत करना होगा, जिसमें संस्थान का नाम, संस्थान का प्रकार, प्रॉपर्टी का नाम, कमरों की संख्या, कुल क्षमता आदि दर्शित करना होगा। उसके बाद पर्यटकों का विवरण पंजीकृत होगा।
मसूरी होटल एसोसिएशन अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि पर्यटन विभाग के दिशा निर्देशों के अनुसार मसूरी होटल एसोसिएशन ने अपने सदस्य होटलियर्स को पर्यटन विभाग के नए दिशा निर्देशों के अनुसार कार्य करने को कहा है। हालांकि कुछ होटलियर्स द्वारा नई गाइड लाइन के प्रति नाराजगी जताई है।
आंकड़े होंगे लाइव
पंजीकरण के आंकड़े लाइव होंगे, जिससे पुलिस व प्रशासन को भीड़ व यातायात नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा मसूरी के सभी प्रवेश द्वार पर आटोमैटिक नंवर प्लेट रिकगनीशन कैमरे (एएनपीआर) लगाए गए और चेक प्वाइंट बने हैं।
मसूरी में हर साल 20 लाख से अधिक पर्यटकों को आमद होती है। खासतौर पर पर्यटन सीजन में पर्यटकों का भारी हुजूम आता है। जिसे नियंत्रित करने में पुलिस और प्रशासन के भी पसीने छूटते हैं। मसूरी में सबसे अधिक समस्या वाहनों को पार्किंग के लिए होती है।
इन सब को देखते हुए पिछले दिनों एनजीटी ने यूटीडोबी को मसूरी में पंजीकरण व्यवस्था शुरू करने के दिशा-निर्देश दिए थे। ताकि मसूरी की भीड़ व यातायात का पूर्वानुमान लगाया जा सके। साथ ही यहां क्षमता के अनुसार पर्यटक दाखिल हो। यूटीडीबी ने मसूरी आने वाले पर्यटकों के लिए पंजीकरण पोर्टल तैयार कर लिया था।
पंजीकरण को भरनी होगी यह जानकारी
- ओटीपी संग लागइन
- पर्यटक का नाम
- मोबाइल नंबर
- पता
- परिवहन का माध्यम
- वाहन संख्या
- मूसरी के ठहराव स्थलकी जानकारी
- टूर की अवधि
- पर्यटकों की संख्या
यह होंगे इस कवायद के फायदे
- मसूरी आने वाले पर्यटकों का पूर्वानुमान।
- मसूरी पहुंचने वाले वाहनों का पूर्वानुमान।
- प्रशासन की ओर से निर्धारित क्षमता के अनुसार पर्यटकों की आवक का ध्यान रखना।
- मार्ग और मसूरी में यातायात का प्रबंधन और जाम की रोकथाम करना।
- पर्यटकी की संख्या को दिन और सप्ताह के अनुसार श्रेणियों में अलग करना।
- पोर्टल के डाटा से प्रशासन को पार्किंग, शटल सेवा और गंतव्य पर आने वाले पर्यटकों की संख्या।
- आदि संसाधनों की योजना बनाने में मदद मिलेगी।
- योजना और आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए बेहतर।
इस पोर्टल पर होगा पंजीकरण : (https://utdb-v2.ethicstechnology.net/mussooriel)
चेक प्वाइंट पर क्यूआर कोड प्रवेश पास का सत्यापन
पर्यटकों के प्रवाह को व्यवस्थित करने और पंजीकरण का सत्यापन करने के लिए मसूरी के मुख्य प्रवेश मागों पर तीन चेक प्वाइंट्स स्थापित होंगे। यह किमाही, केम्पटी फाल और कुठाल गेट पर बनेंगे। यहीं पर पर्यटकों को अपना आनलाइन क्यूआर कोड प्रवेश पास दिखाकर उसका सत्यापन कराना होगा और यहीं एएनपीआर कैमरे भी लगेगे।
ओटीपी और ई-मेल आधारित होगा पंजीकरण
आनलाइन पंजीकरण पोर्टल ओटीपी आधारित होगा। इसमें पंजीकरण करने के वाद भारतीय पर्यटकों के मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा और उसके अंक को पोर्टल में प्रस्तुत करना होगा। जबकि विदेशी पर्यटकों को यही ओटीपी ई-मेल पर प्राप्त होगा और उन्हें भी पोर्टल में इसे प्रस्तुत करना हेगा। पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद पर्यटकों को आनलाइन माध्यम से क्यूआर कोड आधारित प्रदेश पास मिलेगा।
मसूरी में पर्यटकों की संख्या की निगरानी और प्रभावी प्रबंधन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से रणनीति बनाने के लिए बैठक की गई। इसमें मार्गों पर कैमरे और पर्यटकों के लिए पूर्व पंजीकरण की व्यवस्था का निर्णय लिया। इस योजना के क्रियान्वयन में व्यापार मंडल मसूरी, नगर पालिका मसूरी, होटल एसोस्सिरशन और होमस्टे संचालकों की भागादीरी सुनिश्चित की जाएगी। – धीराज सिंह मध्यर्याल, सचिव, वंदन।