संभल में जामा मस्जिद के सर्वेक्षण और हिंसा के बाद से पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। हिंसा में विदेशी हथियार मिलने के बाद से सुरक्षा एजेंसियां भी चौंक गई थीं। अब योगी सरकार ने संभल को लेकर बड़ा फैसला लेते हुए यहां पर एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) की यूनिट स्थापित करने का फैसला लिया है। इस यूनिट का कार्यालय जामा मस्जिद के पास स्थित सत्यव्रत पुलिस चौकी में बनाया जाएगा। बाद में कोई जमीन चिह्रित कर स्थायी कार्यालय बनाया जाएगा।

पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि एटीएस के आईजी प्रेम गौतम की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। संभल को एक अतिसंवेदनशील शहर माना जाता है, और यहां पहले भी आतंकी गतिविधियाँ सामने आ चुकी हैं, जिनमें दो लोग सजा भी काट चुके हैं।
एटीएस यूनिट का अस्थाई कार्यालय जिस सत्यव्रत पुलिस चौकी में बनाया जा रहा है, वह नवंबर 2024 में हुए बवाल के बाद जामा मस्जिद के सामने स्थापित की गई थी। यह बवाल जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताने वाली याचिका पर हुए सर्वे के दौरान हुआ था। इस चौकी से ही अब पुलिस का जिला कंट्रोल रूम और सीसीटीवी कैमरों का कंट्रोल रूम भी संचालित होता है।
एसपी ने बताया कि संभल की यह स्थायी एटीएस यूनिट मुरादाबाद पुलिस जोन की पहली यूनिट होगी। जोन के किसी अन्य जिले में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है, हालांकि कुछ जिलों में एटीएस टीम मौजूद है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेरठ, नोएडा और सहारनपुर में पहले से ही एटीएस यूनिटें स्थापित हैं।
नवंबर के बवाल के बाद, जिले की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कई और कदम उठाए गए हैं, जिनमें दो नए थाने और 45 नई पुलिस चौकियां स्थापित करना शामिल है। साथ ही, 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरों का जाल बिछाया गया है और सुरक्षा के लिए आरएएफ और पीएसी की पांच-पांच कंपनियां तैनात की गई हैं।
गौरतलब है कि हिंसा की जांच के लिए बनी न्यायिक जांच आयोग की टीम ने पिछले दिनों अपनी रिपोर्ट भी सीएम योगी को सौंपी थी। रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे किए गए। इसमें संभल की डेमोग्राफी को चेंज करने की बात भी कही है। आज के फैसले को इस रिपोर्ट से भी जोड़कर देखा जा रहा है।











