नोएडा: दिल्ली-NCR में गांजा तस्करी करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ये आरोपी ओडिशा से गांजा लाकर दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में सप्लाई करते थे.

फेज-दो थाना पुलिस और स्वॉट-दो टीम ने गुरुवार शाम तीन गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया जो ओडिशा से सस्ते दामों पर नशा लाकर दिल्ली-एनसीआर में ऊंचे दामों पर सप्लाई करते थे. इनके पास से पुलिस ने 40 लाख रुपये कीमत का कुल एक कुंतल 82 किलो से अधिक गांजा और आइसर कैंटर बरामद किया है.
सेंट्रल नोएडा जोन के डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में गांजा तस्करों के बारे में सूचनाएं मिल रही थीं. सूचना को पुख्ता कर तीनों टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए कुलेसरा स्थित निम्मी विहार पुस्ता से तीन संदिग्धों को हिरासत में ले लिया. इनकी निशानदेही पर आइसर कैंटर बरामद कर लिया. उसमें बोरियों में रखा गांजा बरामद हुआ. जिसका वजन एक कुंतल 82 किलो 350 ग्राम था. इसकी बाजार में कीमत करीब 40 लाख रुपये बताई जा रही है.
तीनों आरोपियों की पहचान मेरठ के रोहटा रोड स्थित जवाहर नगर निवासी अजय कुमार, हरियाणा के गुरुग्राम के डुंडाहेड़ा निवासी नीरज वत्स और जिला बिजनौर के बड़ापुर गांव निवासी हिमांशु जाटव के रूप में हुई है. अजय कुमार पांचवीं पढ़ा हुआ है, नीरज सातवीं और हिमांशु अशिक्षित है. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वह लोग ओडिशा राज्य से सस्ते दामो में गांजा खरीदकर कैंटर गाड़ी में चोरी छिपे लेकर आते हैं. दिल्ली-एनसीआर में तस्करों को ऊंचे दाम पर बेच देते हैं. पुलिस इनके अन्य साथियों को पकड़ने का भी प्रयास कर रही है. इस गिरोह को पकड़ने वाली टीम को डीसीपी ने 25 हजार रुपये का इनाम देने की भी घोषणा की है.
ऐसे करते थे गांजे की तस्करी
पुलिस के मुताबिक, आरोपी एनसीआर में घूम फिरकर नशे के आदी लोगो को गांजा बेचते हैं। आरोपी अपने साथी सोनू उर्फ मोहम्मद सादाब और जेपी नाम के व्यक्ति के साथ मिलकर अवैध गांजे को ओडिशा से लाते हैं और अवैध रूप से आर्थिक लाभ कमाते हैं.
छोटे-छोटे पैकेट में छिपाकर लाते हैं गांजा
जांच के दौरान पता चला कि आरोपी कैंटर में अन्य माल भरकर लाते हैं. उसी में कुछ बोरों में छोटे-छोटे पैकेट में गांजा भरकर लाते थे. ताकि किसी को संदेह न हो और पकड़े भी न जाएं. एनसीआर में पहुंचकर गुप्त स्थान पर कैंटर को खड़ा करके गांजा निकाल लेते हैं.
आपस में सतर्कता से करते थे संवाद
पुलिस को जांच में पता चला कि आरोपी आपस में संवाद करने में सतर्कता बरतते हैं. आपस में व्हाट्सऐप कॉल से कोटवर्ड में बात करते हैं. इसके चलते इन्हें पकड़ने में पुलिस को दिक्कत आती है. गांजा लाने के लिए प्राइवेट वाहनों के अलावा रेलमार्ग का भी इस्तेमाल करते हैं. ये लोग ऐसे रेलवे स्टेशन पर उतरते हैं जहां तलाशी नहीं होती है.
गिरोह का सरगना है अजय कुमार
पुलिस के मुताबिक इनके गिरोह का सरगना अजय कुमार है. अजय के खिलाफ मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में तीन मुकदमे दर्ज हैं।. पूर्व में अजय अवैध शराब तस्करी के आरोप में वर्ष 2018 में गिरफ्तार भी हो चुका है. इसके खिलाफ कुल चार मुकदमे दर्ज हैं. नीरज के खिलाफ दो नोएडा और लखनऊ में दो मुकदमे दर्ज हैं, जबकि हिमांशु के खिलाफ फेज-दो थाने में यह पहला मुकदमा है.