प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शनिवार को मिजोरम की राजधानी आइजोल को पहली बार भारतीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ दिया. लंबे इंतजार के बाद अब मिजोरम के लोग सीधे दिल्ली, कोलकाता और गुवाहाटी तक ट्रेन से सफर कर सकेंगे. पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 51.38 किमी लंबी बैराबी–सैरांग रेल लाइन का उद्घाटन किया और साथ ही तीन नई ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई.
अब राजधानी दिल्ली से सीधा कनेक्शन
नई रेलवे लाइन शुरू होने के साथ ही आइजोल चौथा नॉर्थ ईस्ट का कैपिटल बन गया है, जो रेल नेटवर्क से जुड़ गया है. इससे पहले गुवाहाटी, अगरतला और ईटानगर को रेल संपर्क मिल चुका है. प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर कहा कि यह प्रोजेक्ट नॉर्थ ईस्ट की विकास यात्रा को नई रफ्तार देगा और लोगों को देशभर से जोड़ेगा.
कौन-कौन सी ट्रेनें होंगी शुरू?
रेलवे ने इस मौके पर तीन नई ट्रेनों की शुरुआत की है:
- सैरांग–आनंद विहार (दिल्ली) राजधानी एक्सप्रेस (साप्ताहिक)
- सैरांग–कोलकाता–सैरांग एक्सप्रेस (हफ्ते में तीन दिन)
- सैरांग–गुवाहाटी–सैरांग एक्सप्रेस (रोजाना)
इन ट्रेनों के शुरू होने से अब मिजोरम के लोग सीधे देश की राजधानी दिल्ली, मेट्रो सिटी कोलकाता और नॉर्थ ईस्ट के सबसे बड़े शहर गुवाहाटी तक आसानी से ट्रेन से जा सकेंगे.
रेल लाइन बनी इंजीनियरिंग का कमाल
इस प्रोजेक्ट पर करीब 8,070 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. यह रेलवे लाइन बेहद कठिन इलाकों से होकर गुजरती है. इसमें 45 सुरंगें और 55 बड़े पुल बनाए गए हैं. खास बात यह है कि सैरांग स्टेशन के पास बना ब्रिज नंबर-144 देश का सबसे ऊंचा पियर रेलवे ब्रिज है, जो कुतुब मीनार से भी 42 मीटर ऊंचा है.
सफर होगा आसान और सस्ता
नई रेल लाइन के शुरू होने से आइजोल से गुवाहाटी की दूरी अब सड़क के मुकाबले करीब 4 घंटे कम हो जाएगी. पहले जहां यह सफर 16 घंटे में पूरा होता था, अब ट्रेन से सिर्फ 12 घंटे में पूरा हो सकेगा. वहीं, आइजोल से सिलचर जाने में अब 7 घंटे के बजाय सिर्फ 3 घंटे लगेंगे.
रोजगार और टूरिज्म को बढ़ावा
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस प्रोजेक्ट से न सिर्फ यात्रियों को सुविधा होगी, बल्कि राज्य में रोजगार, बिजनेस और टूरिज्म को भी बड़ा फायदा मिलेगा. मिजोरम के किसान अब अपने फल, सब्जियां और खासकर ड्रैगन फ्रूट व जिंजर जैसे प्रोडक्ट्स सीधे बड़े बाजारों तक पहुंचा सकेंगे.
रोड और अन्य प्रोजेक्ट्स की भी सौगात
रेलवे कनेक्टिविटी के साथ-साथ पीएम मोदी ने मिजोरम को और कई बड़ी सौगातें दीं. इसमें 500 करोड़ रुपये की आइजोल बायपास रोड, थेंजावल–सियलसुक रोड, खनकावं–रोंगुरा रोड, 30 हजार मीट्रिक टन क्षमता वाला LPG बॉटलिंग प्लांट और नए स्कूल शामिल हैं. इन प्रोजेक्ट्स से स्थानीय युवाओं को रोजगार और बेहतर शिक्षा-स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी.
FAQs
Q1. बैराबी–सैरांग रेल लाइन कितनी लंबी है?
यह लाइन 51.38 किलोमीटर लंबी है और इसमें 45 सुरंगें और 55 बड़े पुल शामिल हैं.
Q2. मिजोरम से कौन-कौन सी नई ट्रेनें शुरू की गई हैं?
सैरांग–दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, सैरांग–कोलकाता एक्सप्रेस और सैरांग–गुवाहाटी एक्सप्रेस.
Q3. इस रेलवे प्रोजेक्ट पर कितना खर्च हुआ है?
करीब 8,070 करोड़ रुपये इस प्रोजेक्ट पर खर्च किए गए हैं.
Q4. नई रेल लाइन से लोगों को क्या फायदा होगा?
यात्रा का समय घटेगा, सामान की ढुलाई आसान होगी, रोजगार बढ़ेंगे और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
Q5. क्या पीएम मोदी ने सिर्फ रेलवे ही शुरू किया है?
नहीं, इसके साथ कई सड़क प्रोजेक्ट्स, LPG प्लांट और नए स्कूलों की भी सौगात दी गई है.