Sanchar Now। ग्रेटर नोएडा में जीरो पॉइंट पर अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे किसानों को बुधवार देर रात पुलिस ने एक बार फिर गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार की देर रात 12 बजे जीरो पॉइंट पर बैठे किसान नेता सुखबीर ख़लीफ़ा सहित 32 किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर धरना स्थल खाली करा दिया है। यह कार्यवाही उसे समय हुई जब रात लगभग 12:00 बजे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (ट्विटर) पर एक ट्वीट किया गया जिसमें कहा गया की अराजकता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वही किसान नेता रुपेश वर्मा ने आज दोपहर 12:00 बजे फिर जीरो पॉइंट पर किसानों की महापंचायत बुलाए और एक वीडियो जारी कर अधिक से अधिक लोगों को शामिल होने का निवेदन किया है।
दरअसल, गौतम बुध नगर के किसान संगठनों के द्वारा उनकी मांगों को पूरा करने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा का गठन किया गया। इस संयुक्त किसान मोर्चे के द्वारा 25 नवंबर को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर महापंचायत बुलाई गई। जिसके बाद किसानों की यह महापंचायत महापड़ाव में बदल गई और किसान का ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर दिन और रात आंदोलन शुरू हो गया। इसके बाद 28 नवंबर को संयुक्त किसान मोर्चे के सभी किसान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से यमुना विकास प्राधिकरण पहुंचे और वहां पर भी अपना आंदोलन महापड़ाव के रूप में शुरू कर दिया। उसके बाद किसानों ने अपने तय कार्यक्रम के तहत 2 दिसंबर को दिल्ली को कूच कर दिया। जब किसान दिल्ली के लिए कूच कर रहे थे तो पुलिस व प्रशासन ने नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर किसानों को बल पूर्वक रोक दिया। इसके बाद किसानों को आश्वासन दिया गया कि एक सप्ताह में किसानों की मांगों को लेकर मुख्य सचिव से वार्ता कराई जाएगी। इस आश्वासन के बाद किसानों ने दिल्ली कूच न करते हुए दलित प्रेरणा स्थल पर ही अपना धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। वही 3 दिसंबर को पुलिस ने दोपहर में बलपूर्वक दलित प्रेरणा स्थल से भारी संख्या में किसानों को बसों में भरकर ले गई। जिसके बाद 123 किसानों को जेल भेज दिया बाकी बुजुर्ग व महिलाओं को उनके घर भिजवा दिया गया।
सीएम के ट्वीट के बाद हुई फिर हुई किसानों की गिरफ्तारी
देर रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर रात एक शोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स ट्वीट करते हुए स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा गौतम बुद्ध नगर हो, अलीगढ़ हो या संभल अथवा कोई अन्य जनपद अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं दी जाएगी। मुख्यमंत्री के इस ट्वीट को प्रशासनिक शक्ति के रूप में देखा जा रहा है। जिससे यह संकेत मिलता है कि किसी भी विरोध आंदोलन को कानून व्यवस्था बिगड़ने का मौका नहीं दिया जाएगा। इसी ट्वीट के बाद जीरो पॉइंट पर धरना दे रहे किसान नेताओ को एक बार दोबारा से गिरफ्तार किया गया है। किसान नेता सुखबीर खलीफा सहित 32 किसानो नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद पुलिस ने जीरो पॉइंट के धरना स्थल को खाली करा दिया है।
जीरो पॉइंट पर आज फिर जुटेंगे किसान
वही किसान नेता रुपेश वर्मा ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के साथ ही सुखबीर खलीफा और एकता मंच के साथ ही सोरन प्रधान को पुलिस ने विश्वास घात करते हुए दोबारा धरना स्थल से उठा लिया है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन का वक्त है और यदि आंदोलन को कुचल दिया गया तो फिर हम दोबारा कभी खड़ा नहीं हो पाएंगे। आंदोलन अपने चरम पर है और आंदोलन को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। इसलिए जितने भी हमारे साथी हैं सभी अधिक से अधिक संख्या में दोपहर 12:00 बजे यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट पर पहुंचे। आंदोलन को हमें किसी भी कीमत पर आगे लेकर जाना है और अपने मुद्दों को जीत कर ही घर वापसी करनी है।
जेल से रिहाई के बाद किसानों का दवा किया ‘सरकार को झुकना पड़ा’
दलित प्रेरणा स्थल से किसानों की गिरफ्तारी के बाद बुधवार को जीरो पॉइंट पर किसानो ने महापंचायत कर जेल भेजे गए सभी किसानों को रिहा करने की मांग की। जिसके बाद सभी किसानों को रिहा किया गया और सभी किसान फिर जीरो पॉइंट पर चल रहे महापंचायत में शामिल हुए। इसके बाद निर्णय लिया गया कि यह आंदोलन जारी रहेगा। किसानों ने कहा कि धरना स्थल बदलने को लेकर गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चे की बैठक होगी इसके बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी।