संचार नाउ। ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाना क्षेत्र में प्लॉट विवाद को लेकर हुई फायरिंग और मारपीट की घटना का बिसरख थाना पुलिस ने खुलासा कर दिया है। 3 नवंबर को हुए इस विवाद में दो युवक लव कुमार और गौरव यादव गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उपचार के दौरान लव कुमार की मौत हो गई, जबकि गौरव यादव का इलाज अभी जारी है। इस मामले में फरार चल पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है उनके कब्जे से घटना में प्रयोग की गई अवैध पिस्तौल, पांच डंडे, दो कर व एक बाइक भी पुलिस ने बरामद की है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम में दबिश दे रही है।

दरअसल, घटना के बाद पुलिस ने डीसीपी सेंट्रल शक्ति मोहन अवस्थी के निर्देशन में टीम गठित की। टीम ने मामले में शामिल पाँच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कब्जे से दो कारें, एक मोटरसाइकिल, एक अवैध पिस्टल तथा वारदात में प्रयोग किए गए डंडे बरामद किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि गिरफ़्तार अपराधियों पर पहले भी कई मामले दर्ज हैं, जबकि अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इस पंकज वाल्मीकि (खेरली हाफिजपुर, थाना दनकौर), संजय (जीडीए कॉलोनी, गौर सिटी), नीतीश भाटी (दल्लूपुरा, दिल्ली), अभिषेक भाटी (चक्रसेनपुर, दादरी) और रितिक भाटी (चक्रसेनपुर, दादरी) के रूप में हुई है।
पुलिस पूछताछ में मुख्य आरोपी पंकज वाल्मीकि ने बताया कि वह अपने परिचित सचिन बैसला के साथ गौर सिटी-2 स्थित बिल्डिंग मटेरियल की दुकान पर कार्य देखता था। इसी दौरान तिगरी क्षेत्र में नींबू लाल के प्लॉट की बाउंड्री बनाने को लेकर विवाद चल रहा था। आरोप है कि मृतक लव कुमार और गौरव यादव ने 1 नवंबर की रात बाउंड्री को तोड़ दिया था। इसके बाद दोनों पक्षों में विवाद बढ़ा और मारपीट के साथ फायरिंग की नौबत आ गई।
पुलिस जांच में पता चला कि फायरिंग सचिन बैसला ने की थी, जिससे गौरव यादव घायल हुआ, जबकि मारपीट में गंभीर रूप से घायल लव कुमार ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस का कहना है कि विवाद लंबे समय से चल रहा था और आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दिया। डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिशें जारी हैं और मामले की गहन जांच की जा रही है।













