उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा के कार्यक्रम के दौरान बिजली आपूर्ति बाधित हो गई. अचानक हुए इस फॉल्ट के चलते कार्यक्रम स्थल पर अंधेरा छा गया, जिससे मंत्री समेत तमाम गणमान्य अतिथि असहज स्थिति में आ गए. विद्युत विभाग में तैनात कर्मचारियों की इस लापरवाही को लेकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मंडल चीफ इंजीनियर अशोक सिंघल समेत पांच अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है, जिसकी जानकारी मेरठ से पत्र जारी करते हुए दी गई है.
उत्तर प्रदेश सरकार में ऊर्जा मंत्री रविवार को मुरादाबाद में विकास योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करने पहुंचे थे. दिनभर विभागीय बैठकों और कार्यक्रमों के बाद वह नगर निगम के बनाए गए 5D मोशन थिएटर का उद्घाटन करने कंपनी बाग पहुंचे थे. मंत्री जैसे ही उद्घाटन के लिए मंच पर पहुंचे. अचानक बिजली सप्लाई बाधित हो गई और चारों ओर अंधेरा छा गया. अधिकारियों को सप्लाई बहाल करने में करीब दस मिनट का वक्त लग गया. इस घटना से नाराज मंत्री ने मौके पर ही विभागीय अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई.
लापरवाह अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई
जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी विद्युत विभाग के अधिकारियों के रवैया से पहले भी नाराज थे. जनप्रतिनिधि और अधिकारियों की शिकायतें थीं कि बिजली विभाग के अधिकारी न तो फोन उठाते हैं और न ही समस्याओं का समाधान करते हैं. मंत्री के कार्यक्रम में बिजली बाधित होने की घटना ने इन शिकायतों को सही साबित कर दिया.घटना के तुरंत बाद ऊर्जा मंत्री ने PVVNL के मैनेजिंग डायरेक्टर को फोन कर लापरवाह अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए.
5 अफसर तत्काल प्रभाव से निलंबित
मैनेजिंग डायरेक्टर ने पहले संबंधित क्षेत्र के जूनियर इंजीनियर ललित कुमार को निलंबित किया. इसके बाद क्रमवार अधिशासी अभियंता प्रिंस गौतम, एसडीओ राणा प्रताप, अधीक्षण अभियंता सुनील अग्रवाल और मंडल चीफ इंजीनियर अशोक सिंघल को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया. इस कार्रवाई के बाद विभागीय महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि किसी भी स्तर पर लापरवाही को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. खासतौर से मंत्री स्तर के कार्यक्रमों में कोई चूक होने पर जिम्मेदारों को सीधी कार्रवाई झेलनी होगी.