संचार नाउ, ग्रेटर नोएडा वेस्ट | ईरोज सम्पूर्णम सोसायटी एक बार फिर जनआक्रोश का केंद्र बन गई है। रविवार को सोसायटी के सैकड़ों निवासियों ने लगातार दूसरे सप्ताह शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगें हैं – VCAM चार्ज हटाना, डीजल जनरेटर से निर्बाध बिजली आपूर्ति, पानी की समस्या का समाधान, और मेंटेनेंस सेवाओं में सुधार।

दरअसल, पिछले सप्ताह निवासियों ने अपनी शिकायतों का ज्ञापन एस्टेट मैनेजर बाबिश कुमार को सौंपा था, लेकिन दुर्भाग्यवश ईरोज की उच्च प्रबंधन टीम ने सभी मांगों को सिरे से नकार दिया। इससे नाराज़ होकर आज निवासियों ने सोसायटी के सेल्स ऑफिस के भीतर और बाहर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन में वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और युवाओं की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली। शांतिपूर्ण विरोध के बीच उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई जब एस्टेट मैनेजर बाबिश कुमार ने बाउंसरों और सिक्योरिटी गार्ड्स की मदद से प्रदर्शनकारियों को जबरन हटाने की कोशिश की। आरोप है कि इस दौरान धक्का-मुक्की और हाथापाई भी हुई।
स्थिति बिगड़ती देख निवासियों ने 112 पर कॉल कर पुलिस सहायता मांगी। पुलिस मौके पर पहुँची और स्थिति को तुरंत नियंत्रण में लिया। अधिकारियों ने एस्टेट मैनेजर बाबिश को सख्त चेतावनी दी कि भविष्य में बल प्रयोग या अभद्रता की पुनरावृत्ति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही ईरोज कॉरपोरेट ऑफिस (नेहरू प्लेस) को निर्देशित किया गया कि वह अपने वरिष्ठ प्रतिनिधि भेजकर विवाद का हल निकाले।
प्रदर्शन के दौरान सेल्स टीम के प्रमुख राकेश रंजन सिंह ने भी निवासियों के समर्थन में कार्य रोककर विरोध में भाग लिया, जो निवासियों के लिए एक बड़ा नैतिक संबल साबित हुआ। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से इस पूरे घटनाक्रम की लिखित शिकायत पुलिस चौकी में देने को कहा है ताकि आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके।
निवासियों ने साफ किया है कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं होतीं, शांतिपूर्ण विरोध जारी रहेगा। यदि एक सप्ताह के भीतर समाधान नहीं निकला, तो आगामी 27 जुलाई (रविवार) को और व्यापक स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा। ईरोज सम्पूर्णम की एकजुटता अब केवल आवाज नहीं, बदलाव की लहर बन चुकी है।










