मुरादाबाद। पूर्व ब्लॉक प्रमुख ललित कौशिक पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला पर बाइक सवार दो हमलावरों ने फायरिंग कर दी। महिला की पीठ में गोली लग गई। जबकि ई-रिक्शा चालक समेत दो लोगों को छर्रे लग गए। तीनों घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस ने ललित कौशिक को नामजद करते हुए दो अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। आरोपित इस समय बलरामपुर जेल में बंद है।
मझोला क्षेत्र में रहने वाली एक महिला ने नौ अप्रैल 2023 को सिविल लाइंस थाने में दीन दयाल नगर निवासी पूर्व ब्लाक प्रमुख ललित कौशिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
महिला ने आरोप लगाया था कि ललित कौशिक ने नौकरी लगवाने का झांसा देकर उसकी 16 वर्षीय बेटी के साथ दुष्कर्म किया है। आरोपित ललित कौशिक वर्तमान में बलरामपुर जेल में बंद है और दुष्कर्म की प्राथमिकी की सुनवाई कोर्ट में विचाराधीन है। जिसके साथ दुष्कर्म हुआ था अब उसकी शादी हो गई है।
बताया जाता है कि शनिवार को पीड़ित अपनी मां और भाई के साथ कोर्ट में विचाराधीन मुकदमे के बारे में अधिवक्ता से बात करने के लिए कचहरी गई थी। करीब शाम चार बजे तीनों कचहरी से निकले और ई-रिक्शा में सवार हो गए। तीनों गुलाबबाड़ी क्षेत्र में रिश्तेदारी में जा रहे थे। जैसे ही तीनों रामगंगा घाट पहुंचे तो बाइक सवार दो बदमाश पहुंच गए। बदमाशों ने ई-रिक्शा में बैठी दुष्कर्म पीड़ित पर फायरिंग कर दी।
पीठ में गोली लगी
दुष्कर्म पीड़ित की पीठ में गोली गई। साथ ही ई-रिक्शा चालक ताराचंद निवासी नागफनी और राहगीर सरफराज निवासी नूरी मस्जिद कटघर छर्रे लगने से घायल हो गए। जानकारी होने पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने तीनों घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। दिन दहाड़े हुई घटना को अंजाम देने के बाद बाइक सवार बाइक दौड़ाकर रामगंगा रेलवे पुल के नीचे से गुलाबबाड़ी चुंगी की ओर भाग गए।
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि शिकायती पत्र के आधार पर पूर्व ब्लाक प्रमुख ललित कौशिक को नामजद करते हुए दो अज्ञात बदमाशों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। फायरिंग करने वाले बदमाशों का पता लगाने के लिए आसपास में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। जल्द ही उनका पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
23 जून को होनी है मामले में अंतिम बहस
पूर्व ब्लाक प्रमुख ललित के खिलाफ दर्ज दुष्कर्म का मुकदमा इस समय कोर्ट में विचाराधीन है। कोर्ट में लगातार सुनवाई हो रही है। बीते सोमवार को भी इस मामले की सुनवाई हुई थी। सुनवाई के बाद कोर्ट ने अंतिम बहस के लिए 23 जून निर्धारित कर दी थी, लेकिन अंतिम बहस से पहले ही मामले में अब नया मोड़ आ गया है।
दुष्कर्म पीड़ित ने मामले की जानकारी देने से किया इन्कार
गोली लगने के बाद घायल हुई दुष्कर्म पीड़ित को जिला अस्पताल में पुलिस ने भर्ती कराया। बाकी दो घायलों को उपचार के बाद घर भेज दिया था। जबकि दुष्कर्म पीड़ित को भर्ती करा दिया। मौके पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगा दी। पत्रकारों से बात करने से पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। जब दुष्कर्म पीड़ित से बात की उन्होंने भी किसी भी जानकारी देने से इन्कार कर दिया। बार-बार पीड़ित पत्रकारों के सामने अपने बयान बदल रही थी।