भारतीय क्रिकेट में कभी मैच जिताने वाली जोड़ी रहे हरभजन सिंह और एमएस धोनी अलग हो गए हैं. दोनों ने मिलकर 2007 (टी20 वर्ल्ड कप) और 2011 (वनडे वर्ल्ड कप) में देश के लिए वर्ल्ड कप जीता है. अब पिछले 10 सालों से बात नहीं कर रहे हैं. यह दावा दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह ने किया है. पूर्व भारतीय स्पिनर ने अपने और धोनी के बीच दरार के बारे में विस्तार से नहीं बताया, लेकिन उनके ताजा बयान से यह तो साफ है कि दोनों के बीच कुछ हुआ है.
2011 में चैंपियन बनने वाले धीरे-धीरे हुए बाहर
हरभजन 2 अप्रैल 2011 की रात तक भारत की टेस्ट, वनडे और टी20 टीम के अभिन्न अंग थे. उसी दिन टीम इंडिया 28 साल बाद वर्ल्ड कप जीतने में सफल हुई थी. लेकिन यह जितना आश्चर्यजनक हो सकता है कि फाइनल की प्लेइंग-11 फिर कभी दोबारा नहीं बन पाई. उस मैच में खेलने वाले टीम इंडिया के खिलाड़ी एक साथ आगे नहीं खेल पाए. 2011 वर्ल्ड कप फाइनल और 2015 वर्ल्ड कप के बीच सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और जहीर खान जैसे खिलाड़ियों ने संन्यास ले लिया. हरभजन और युवराज सिंह जैसे दिग्गजों को धीरे-धीरे टीम से बाहर कर दिया गया. दोनों खिलाड़ियों ने अपने साथ अच्छा व्यवहार न किए जाने की बात कही है.
2015 में भारत के लिए साथ खेले थे धोनी-हरभजन
हरभजन और धोनी आखिरी बार भारत के लिए साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2015 में खेले थे. इसके तीन साल बाद दोनों फिर चेन्नई सुपरकिंग्स में एक साथ हुए. वहां आईपीएल के दो सीजन में साथ खेले. हालांकि, मैचों के बारे में मैदान पर उनकी चर्चाओं को छोड़कर हरभजन ने स्वीकार किया कि उन्होंने एक दशक से भी अधिक समय से धोनी से बात नहीं की है.
हरभजन ने क्या कहा?
दिग्गज भारतीय स्पिनर ने न्यूज 18 से बातचीत में कहा, ”नहीं, मैं धोनी से बात नहीं करता. जब मैं CSK में खेल रहा था तब हमने बात की थी, लेकिन इसके अलावा हमने बात नहीं की है. 10 साल या उससे ज्यादा हो गए हैं. मेरे पास कोई कारण नहीं है. जब हम CSK में IPL में खेल रहे थे, तब हम बात करते थे, और वह भी मैदान तक ही सीमित थी. उसके बाद वह मेरे कमरे में नहीं आए और न ही मैं उनके कमरे में गया.” हरभजन ने युवराज और आशीष नेहरा का नाम लिया, जिनके साथ वह लगातार संपर्क में रहते हैं. लेकिन जब धोनी की बात आई तो हरभजन पीछे रह गए. 103 टेस्ट खेलने वाले इस अनुभवी खिलाड़ी ने धोनी पर सीधे निशाना नहीं साधा, लेकिन जो कहना था कह दिया. इससे पता चलता है कि दोनों के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.
‘मैंने उन्हें कभी फोन करने की कोशिश नहीं की’
हरभजन ने कहा, ”मेरे मन में उनके खिलाफ कुछ नहीं है. अगर उन्हें कुछ कहना है, तो वे मुझे बता सकते हैं. लेकिन अगर उन्होंने कहा होता, तो अब तक वे मुझे बता चुके होते. मैंने उन्हें कभी फोन करने की कोशिश नहीं की, क्योंकि मैं बहुत जुनूनी हूं. मैं केवल उन्हीं को फोन करता हूं, जो मेरा फोन उठाते हैं. मेरे पास इसके अलावा समय नहीं है. मैं उन लोगों के संपर्क में रहता हूं, जो मेरे दोस्त हैं. एक रिश्ता हमेशा देने और लेने के बारे में होता है. अगर मैं आपका सम्मान करता हूं, तो मुझे उम्मीद है कि आप भी मेरा सम्मान करेंगे या आप मुझे जवाब देंगे. लेकिन अगर मैं आपको एक या दो बार फोन करता हूं और कोई जवाब नहीं मिलता है, तो मैं शायद आपसे केवल उतनी ही बार मिलूंगा, जितनी मेरी जरूरत होगी.”