नोएडा। सेक्टर 20 थाना क्षेत्र के सेक्टर 27 स्थित एक नामी स्कूल में चार साल की बच्ची से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। स्कूल में केयर टेकर ने बच्ची के साथ छेड़छाड़ की घटना की। बच्ची के स्वजन को बताने पर घटना का पता चला। स्वजन की शिकायत पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ पॉक्सो और छेड़छाड़ की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भिजवाने की कार्रवाई की।
नर्सरी में पढ़ती है चार साल की बच्ची
पुलिस के मुताबिक सेक्टर 27 के कक्षा नर्सरी में चार साल की बच्ची पढ़ती है। केयर टेकर ने बच्ची को खाना खिलाने के दौरान छेड़छाड़ की। बच्ची के शरीर के पकड़ने के लाल निशान मिलने पर स्वजन को शक हुआ। स्वजन के पूछने पर बच्ची ने केयर टेकर के बारे में जानकारी दी।
आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया
स्वजन ने स्कूल जाकर सख्ती से जानकारी की तो आरोपित डर गया। इससे स्वजन बहुत नाराज हुए। स्वजन ने थाने जाकर पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। एडीसीपी नोएडा मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपित केयर टेकर निठारी के नित्यानंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भिजवाया जा चुका है।
नोएडा में शिक्षा के मंदिर पर फिर लगे दाग
उधर, नोएडा के शिक्षा के मंदिर पर एक बार फिर परिसर के अंदर घिनौनी हरकत करने का दाग लगा है। स्कूल खुलने के दौरान हर समय बच्चों के टच में रहने वाले केयर टेकर ने घटना अंजाम दिया है। इससे स्कूल परिसर में बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान लगे हैं जबकि पिछले दिनों सेक्टर 24 थाना क्षेत्र के सेक्टर 12 स्थित नामी स्कूल मेें छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। घटना ने स्कूल प्रबंधन, एसोसिएशन, अभिभावक, पुलिस को फिर से सोचने पर मजबूर किया है।
सेक्टर 24 थना क्षेत्र के नामी स्कूल में काम कर रहे कामगार ने बच्ची को छेड़ा था। बच्ची ने घर जाकर आपबीती बताई थी। घटना को छिपाने को लेकर आरोपित के साथ-साथ स्टाफ पर भी पुलिस ने कार्रवाई की थी। अब दोबारा से स्कूल स्टाफ की ओर से घिनौनी हरकत की गई है। अब सेक्टर 27 के नामी स्कूल में घटना की पुनरावृत्ति हुई है।
नौनिहालों की सुरक्षा व्यवस्था चिंता
स्कूल परिसर के अंदर घटना होने से नौनिहालों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान हैं जबकि अभिभावक महंगी फीस जैसा बोझ झेलकर बच्चों को महंगे व नामी स्कूलों में पढ़ा रहे हैं। परिसर में बेड टच, छेडछाड़ की घटना हो जाना चिंता का विषय है।नोएडा के सभी स्कूल परिसरों में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं। इसके बावजूद घटना होने से मानिटरिंग व्यवस्था भी कठघरे में हैं।
अभिभावक का मनोवैज्ञानिक टेस्ट, स्टाफ पर मौन
नामी स्कूलों में प्रवेश से पूर्व अभिभावकों की शिक्षा के स्तर से लेकर मनौवैज्ञानिक टेस्ट तक लिया जाता है। जटिल प्रक्रिया के बाद बच्चों को स्कूल में प्रवेश मिलता है। विभिन्न सत्रों का आयोजन कर जागरूक भी किया जाता है। ऐसी घटनाएं स्टाफ भर्ती प्रक्रिया पर सवालिया निशान लगाती हैं। स्टाफ के गैर प्रशिक्षित व जिम्मेदार होने की ओर इशारा करती हैं।