संभल: जिले के चंदौसी तहसील इलाके में 3 दिन पहले हिंदूवादी नेता कौशल किशोर ने जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया को लिखित शिकायत देकर बावड़ी पर अतिक्रमण होने की बात कही थी. जिसके बाद डीएम के आदेश पर खुदाई की गई तो परत दर परत खुलती चली गई. बावड़ी की खुदाई के दौरान सुरंग नुमा चार कमरे मिले हैं. 3 दिन से लगातार बावड़ी की खुदाई जारी है. सोमवार को बाबड़ी की खुदाई के 3 दिन पूरे हो गए है.
इस बीच बिलारी की रानी स्वर्गीय सुरेंद्र वाला की पोती होने का दावा करने वाली शिप्रा गेरा ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने दावा किया, कि वह बिलारी की महारानी सुरेंद्र बाला की पोती हैं. उन्होंने खुद को बावड़ी विरासत का मालिक बताया. कहा, कि जब वह छोटी थी तो यहां एक कुआं था, जहां वह स्नान करती थी. आसपास उनकी खेती भी हुआ करती थी. उन्होंने बताया कि यहां हमारा पुश्तैनी फार्म हाउस था. उनका बचपन यहीं पर बीता है.
शिप्रा गेरा ने जानकारी देते हुए बताया, कि लक्ष्मणगंज इलाका उन्हीं का हुआ करता था. उनके फार्म हाउस में गन्ने की खेती हुआ करती थी. उन्होंने कहा, कि अगर सरकार यह संपत्ति उन्हें लौटाती है, तो उनके लिए खुशी की बात होगी. लेकिन, अगर इस संपत्ति को सरकार हिस्टोरिकल पैलेस बनाना चाहती है तो यह भी उनके लिए गर्व की बात होगी.
बहरहाल, बावड़ी की खुदाई कल यानी मंगलवार को भी जारी रहेगी. इसके बाद यह पता लगाया जाएगा, कि आखिर बावड़ी का रहस्य क्या है? क्योंकि सोमवार को हुई खुदाई में बावड़ी के नीचे जाने वाले रास्ते पर सीढ़ियां नजर आई है और अब ऐसे में जब कल यानी मंगलवार को खुदाई होगी तो बावड़ी के रहस्य का पता चल पाएगा.