रविवार सुबह करीब 9 बजे हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर की ओर चढ़ाई कर रहे सैकड़ों श्रद्धालुओं के बीच अचानक अफरा-तफरी मच गई. बताया जा रहा है कि इसी दौरान किसी ने करंट फैलने की अफवाह फैला दी, जिससे श्रद्धालुओं में दहशत फैल गई और लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे. भगदड़ की स्थिति बनते ही चीख-पुकार मच गई, कई श्रद्धालु नीचे गिरकर दब गए और कुछ बेसुध हो गए. अफवाह ने पलभर में भयावह मंजर खड़ा कर दिया, जिससे मंदिर मार्ग पर कोहराम मच गया.
35 श्रद्धालु घायल, 8 की मौत की पुष्टि, कई की हालत गंभीर
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने हादसे को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि कुल 35 श्रद्धालुओं को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें से आठ श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. कई घायलों की हालत चिंताजनक बनी हुई है, जिन्हें हरिद्वार से हायर सेंटर रेफर किया गया है. प्रशासन ने घटनास्थल पर तुरंत आपातकालीन सेवाएं सक्रिय कर दीं ताकि और अधिक जनहानि को रोका जा सके.
108 सेवा और ‘खुशियों की सवारी’ एंबुलेंस बनीं संजीवनी, तेजी से हुआ रेस्क्यू
भगदड़ के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया. राज्य सरकार की 108 सेवा की सात एंबुलेंस और ‘खुशियों की सवारी’ नामक दो विशेष एंबुलेंस को तुरंत मौके पर भेजा गया. इन एंबुलेंस के माध्यम से घायलों को तेजी से नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया. प्राथमिक उपचार और समय पर चिकित्सा सहायता मिलने से कई लोगों की जान बच गई. मौके पर मौजूद पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी रहीं.
मरने वालों में बच्चे, बुजुर्ग और बाहर से आए श्रद्धालु शामिल
इस हादसे में जान गंवाने वालों में हर उम्र के लोग शामिल हैं. प्रशासन की ओर से जारी की गई सूची में वकील (उम्र 45), विशाल (19), विपिन (18), शांति देवी (60), रामभरोसे (65), विक्की (25), आरुष (6 वर्ष, रामपुर-मुरादाबाद निवासी) और एक अज्ञात श्रद्धालु शामिल हैं. इन मृतकों में छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं, जो भगवान के दर्शन के लिए आए थे लेकिन हादसे का शिकार हो गए.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जताया गहरा दुख, दिए मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश
घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्विटर के माध्यम से दुख प्रकट किया. उन्होंने कहा कि यह हादसा अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. मुख्यमंत्री ने प्रशासन को तत्काल राहत-बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए और मजिस्ट्रियल जांच के आदेश भी जारी कर दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और गंभीर रूप से घायल लोगों को ₹50 हजार की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की. धामी ने कहा कि वह लगातार अधिकारियों से स्थिति की जानकारी ले रहे हैं और माता रानी से सभी की कुशलता की प्रार्थना करते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जताया शोक, घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखंड के हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर मार्ग पर भगदड़ की खबर अत्यंत दुखद है. उन्होंने ट्वीट के माध्यम से मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की. प्रधानमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रहा है.
गढ़वाल मंडलायुक्त ने की पुष्टि, भीड़ नियंत्रण में रही बड़ी चूक
गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि श्रद्धालुओं की संख्या सुबह के समय काफी अधिक हो गई थी और किसी प्रकार की अफवाह फैलने से भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई. उन्होंने यह भी माना कि भीड़ प्रबंधन में लापरवाही हुई है, जिसे लेकर उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दे दिए गए हैं. पांडे ने कहा कि हालात अब काबू में हैं, लेकिन मंदिर क्षेत्र में डर और असहजता का माहौल है.