ग्रेनो वेस्ट की आम्रपाली गोल्फ होम्स एंड किंग्सवुड सोसाइटी के टावर जे-वन की लिफ्ट में बृहस्पतिवार शाम दो महिलाएं करीब 15 मिनट तक फंसी रही। महिलाओं ने काफी शोर मचाया और अलार्म बटन भी दबाया, लेकिन मदद नहीं मिली। बाद में लिफ्ट का दरवाजा हल्का खुलने के बाद मोबाइल में नेटवर्क आने पर परिवार के सदस्यों को सूचना दी। उसके बाद दोनों महिलाओं को बाहर निकाला गया। आरोप है कि पिछले माह इसी लिफ्ट में उनका बेटा भी एक घंटे से अधिक समय तक फंसा रहा था।

पीड़ित महिला प्रीत अपने परिवार के साथ टावर जे-वन की 19वीं मंजिल पर स्थित एक फ्लैट में रहती है। उन्होंने बताया कि उनका शाम को ऑफिस होता है। वो अपनी बहन के साथ 19वीं फ्लोर से नीचे आ रही थी, लेकिन दो मंजिल उतरने के बाद ही अचानक लिफ्ट रूक गई। कुछ देर इंतजार करने के बाद भी जब मदद नहीं मिली तो अलार्म बटन दबाया, लेकिन कोई नहीं पहुंचा। शोर भी मचाया।
उसके बाद लिफ्ट का दरवाजा खोलने की कोशिश की तो दरवाजा हल्का खुल गया। जिस कारण मोबाइल में नेटवर्क आ गए। मोबाइल से सोसाइटी के व्हाट्सएप ग्रुप पर मदद मांगी। साथ ही परिजनों को फोन कर जानकारी दी। करीब 15 मिनट बाद मेंटेनेंस टीम की तरफ से लिफ्ट की बिजली आपूर्ति शुरू की गई और तब वो बाहर निकल सकी।
उन्होंने बताया कि वो दूसरी लिफ्ट लेकर नीचे पहुंची। आरोप लगाया है कि टावर की लिफ्ट खराब रहती है। इसी लिफ्ट में पिछले माह 24 नवंबर को उनका बेटा भी करीब एक घंटे तक फंसा रहा था। बार-बार शिकायत करने के बाद भी मेंटेनेंस टीम लिफ्ट को ठीक नहीं करा रही है।
लिफ्ट में फंसने के दौरान महिलाओं ने वीडियो भी बनाई है। कहा है कि किसी दिन बड़ा हादसा होने के बाद ही लिफ्ट को ठीक कराया जाएगा। घटना के बाद से सोसाइटी के निवासियों में काफी रोष हैं। पीड़ित महिला का कहना है कि लिफ्ट के अंदर फ्लोर पर प्रदर्शित नहीं हो रहा था। अगर किसी से मदद मांगे तो पता नहीं होता कि किस फ्लोर पर फंसे हुए हैं। एओए से शिकायत कर लिफ्ट को ठीक कराने की मांग की है।














