यूपी में प्रयागराज-कानपुर हाईवे पर महाराजपुर के पास बुधवार को संवेदनहीनता की हद पार हो गई। कुछ वाहन सवारों ने अनदेखी में शव पर वाहन चढ़ाया तो कुछ देखते हुए भी उसे रौंदते चले गए। दो सौ मीटर दूर तक सिर्फ मांस के लोथड़े ही नजर आ रहे थे। शव के नाम पर पुलिस को मिला तो बस एक हाथ। गठरी में मांस के लोथड़े और हाथ को भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। यह नजारा जिसने देखा उसकी रूह कांप गई। पुलिस हाथ में चूड़ीनुमा कड़ा होने से महिला का शव बता रही है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। महिला की शिनाख्त के साथ हादसा और हत्या दोनों बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है।
रूमा कस्बे में फतेहपुर-कानपुर लेन पर कुलगांव फ्लाईओवर से थोड़ा पहले बुधवार सुबह एक महिला का क्षत-विक्षत शव मिला। शव का केवल एक हाथ सुरक्षित था। बाकी पूरा शरीर मांस के लोथड़ों की शक्ल में पूरी सड़क पर लगभग दो सौ मीटर दूर तक फैला पड़ा था। शव की हालत देखकर क्षेत्रीय लोगों ने अंदाजा लगाया कि आठ से 10 घंटे तक वाहन उसको रौंदते हुए निकलते रहे। घटना मंगलवार देर रात या बुधवार भोर की है। बुधवार सुबह लगभग छह बजे जब घरों से लोग बाहर निकले तो सड़क पर खून और मांस के लोथड़े देख पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने शव के टुकड़ों को समेटकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। शव की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस सीसी कैमरे के साथ ही स्थानीय व आसपास के गांवों में जानकारी जुटा रही है। मौके से एक हवाई चप्पल मिली है। महिला के हाथ पर गोदने से पीपीआरएन दर्ज था। पीतल की एक चूड़ी हाथ पर थी। अंदाजा लगाया जा रहा है कि मंगलवार की आधी रात के बाद किसी वक्त महिला किसी वाहन की चपेट में आकर घायल हो गई और सड़क पर ही गिर गई। इस हाईवे पर वाहन 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलते हैं, ऐसे में रात भर वाहन शव के ऊपर से गुजरते रहे जिससे शव पूरी तरह क्षत विक्षत हो गया। महाराजपुर थाना प्रभारी संजय पांडेय ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
हत्या कर तो नहीं फेंका गया
प्रयागराज कानपुर हाईवे पर मिला महिला का शव हत्या की ओर भी इशारा कर रहा है। ग्रामीण अंदाजा लगा रहे हैं कि किसी वाहन से महिला को यहां लाकर मारकर फेंक दिया गया होगा। रात का वक्त होने के कारण वाहन तेज रफ्तार में गुजरते हैं, ऐसे में सैकड़ों वाहनों के ऊपर से निकलने के कारण महिला का शव क्षत-विक्षत हो गया। शव फेंकने वालों ने इसी मंशा से उसे फेंका होगा कि रात भर में वाहनों के आवागमन से शव की ऐसी स्थिति हो जाएगी कि उसकी पहचान करना मुश्किल हो जाएगा।
घटना को लेकर यह खड़े हो रहे सवाल
– महिला आसपास के गांव की होती तो अब तक कोई न कोई परिजन गुमशुदगी दर्ज कराता और पहचान हो गई होती
– महिला रात में अकेले हाईवे पर क्या करने पहुंची
– कहीं कोई मारकर वाहन से लाकर यहां फेंक तो नहीं गया
– हाईवे पर सीसीटीवी कैमरों में वाहन कैद होंगे, लेकिन जिस वाहन से महिला को फेंका गया होगा वह कैद होना मुश्किल है
– हाथ पर लिखे पीपीआरएन ही अब शव की पहचान कराएगा।