Sanchar Now। ग्रेटर नोएडा के जेवर में बनने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कल विमान का ट्रायल किया गया और जल्द ही यहां से उड़ाने शुरू होने की संभावना है लेकिन गौतम बुध नगर के किसान जिन्होंने विकास के चलते प्राधिकरण को अपनी जमीनी दी आज भी जेल में बंद है। विकसित होते जिले में किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। वही जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि विकसित भारत मे किसानों के योगदान को भुला नही जाएगा। उन्होंने जेल में बंद किसानों को जल्द ही उनका हक दिलाने का आश्वासन दिया है।
दरअसल, गौतम बुध नगर में तीन विकास प्राधिकरण है। जिनमे नोएडा विकास प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण और यमुना विकास प्राधिकरण। इन तीनों प्राधिकरण से प्रभावित हजारों किसान आज भी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। बीते दोनों आंदोलन कर रहे किसानों को पुलिस ने जबरन आंदोलन स्थल से उठाकर जेल भेज दिया। वर्तमान में 136 किसान जिला कारागार लक्सर जेल में बंद है। किसान लंबे समय से 10% आवासीय भूखंड, 64.7 प्रतिशत बढ़ा हुआ मुआवजा व नए भूमि अधिग्रहण कानून की मांग करते आ रहे हैं। लेकिन कई दशक बीत जाने के बाद भी किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया गया।
जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के ट्रायल रन के दौरान विधायक धीरेंद्र सिंह से जब पूछा गया कि एक तरफ किसान विकास में सहयोग करते हुए अपनी जमीन दे रहे हैं लेकिन उसके बाद भी किसानों को जेल में बंद कर दिया जा रहा है। इस पर जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि जहा भी विकास होता है उसके कुछ दुष्परिणाम भी होते है। जेल में बंद किसानों की समस्याएं तत्कालीन सरकारों के द्वारा है। 20 से 30 साल पहले जिन किसानों की जमीनों को अधिग्रहण किया गया और आज तक उनका हक नहीं दिया गया है। जेवर एयरपोर्ट के निर्माण में जिन किसानों ने अपनी जमीन दी उनके सीधे मुख्यमंत्री से वार्ता कराई गई और उनको उसका उचित मुआवजा दिया गया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जल्द ही किसानों को जो नए भूमि एक्ट के तहत लाभ मिलने चाहिए उन लाभों को दिलाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
इसके साथ ही धीरेंद्र सिंह ने कहा कि विकास में किसानों के योगदान को भुला नहीं जा सकता और लोग इस परिभाषा को भी समझे मुझे कोई गुरेज नही है सत्ता पक्ष का विधायक होते हुए ये कहने में कि जब हम विकसित भारत की बात करते हैं। तो उस विकसित भारत मे हमे किसानों के विकास को भी वरीयता देनी पड़ेगी। यदि हम उद्योग धंधे लगाएंगे तो हमें किसानों के जीवन यापन संबंधित सुविधाएं भी देनी होगी। हमारा पूरा प्रयास है कि हम अपने क्षेत्र के किसानों को उनका हक दिलवाएं। इसके लिए मैं निरंतर प्रयास करता रहता हूं अभी सरकार और प्रशासन को भी अवगत कराया गया जिसके बाद मुख्य सचिव ने बैठक की। हम सतत प्रयत्नशील है कि यहां के विकास में योगदान करने वाले लोग नुकसान में न रहे। यहाँ का विकास भी बाधित न हो और किसानों को भी महत्वपूर्ण लाभ मिले।