संचार नाउ। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपोमार्ट में चल रहे यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में इस बार इनोवेशन और स्टार्टअप्स की चमक देखने को मिल रही है। इन्हीं में से एक स्टार्टअप बीपीएच मोबिलिटी चर्चा का बड़ा केंद्र बना हुआ है। चार दोस्तों – अश्वनी पाल, पंकज सागर, सुमित राणा और सुधांशु पाल ने मिलकर यह कंपनी शुरू की है। इनमें से तीन इंजीनियर हैं और एक डिजाइनर, और चारों ने मिलकर देश की सबसे छोटी एंबुलेंस तैयार की है।

क्यों है खास यह एंबुलेंस
भारत के गांवों और शहरों की तंग गलियां जहां बड़ी एंबुलेंस नहीं पहुंच पातीं, वहां यह मिनी इलेक्ट्रिक एंबुलेंस किसी वरदान से कम नहीं है। इस छोटी एंबुलेंस में सभी जरूरी मेडिकल सुविधाएं मौजूद हैं और यह आसानी से मरीज को गांव से ब्लॉक या शहर के अस्पताल तक पहुंचा सकती है।
सुमित राणा ने बताया कि इस एंबुलेंस को यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में प्रदर्शित किया गया है। अब उनकी टीम को उम्मीद है कि सरकार इस इनोवेशन को आर्थिक मजबूती देगी ताकि इसे देशभर में खासकर ग्रामीण इलाकों तक पहुंचाया जा सके।
इलेक्ट्रिक + सोलर पावर का कमाल
एंबुलेंस पूरी तरह इलेक्ट्रिक है और इसमें सोलर पैनल भी लगाया गया है। जिन गांवों में बिजली की समस्या है, वहां इसे सौर ऊर्जा से आसानी से चार्ज किया जा सकता है।
दो वेरिएंट और किफायती कीमत
- पहला वेरिएंट: कीमत 6.5 लाख रुपये, एक बार चार्ज करने पर 200 किमी की दूरी तय करने में सक्षम।
- दूसरा वेरिएंट: कीमत 8 लाख रुपये, एक बार चार्ज करने पर 400 किमी की दूरी तय करने की क्षमता।
गांवों के लिए संजीवनी
भारत आज भी गांवों का देश है और वहां की बड़ी आबादी मेडिकल सुविधाओं से वंचित रहती है। ऐसे में यह मिनी एंबुलेंस किसी भी आपातकालीन स्थिति में मरीज की जान बचाने में कारगर साबित हो सकती है। ग्रामीणों के लिए यह संजीवनी बनने का वादा करती है।