अमेठी। प्रताड़ित महिलाओं की सहायता और संरक्षण के लिए बनाए गए सखी वन स्टॉप सेंटर की केस वर्कर और स्टाफ नर्स ने बाल संरक्षण अधिकारी पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। महिला कर्मियों ने यूपी दिवस कार्यक्रम में शामिल होने आए जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश अग्रहरि से रो-रोकर अपनी फरियाद की। पूरे प्रकरण में सीडीओ ने डीपीओ को जांच के आदेश दिए हैं।
बुधवार को डीपीआरसी में यूपी दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। सखी वन स्टॉप सेंटर की दो महिलाएं जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश अग्रहरि के सामने रोने लगी। अलग अलग पदों पर तैनात महिलाओं ने आरोप लगाया कि बाल संरक्षण अधिकारी उन्हे मानसिक रूप से परेशान करते हैं। ठंड की वजह से थोड़ी भी देर हो जाए तो नौकरी से निकलवाने की धमकी देते हैं। सुबह साढ़े छह बजे ही निरीक्षण करते हैं। महिलाओं ने छेड़खानी का भी आरोप लगाया। कहा- एक अन्य कर्मी का दो दिन पहले मुंह दबा दिया गया था। आरोप लगाया कि पिछले दो साल से यही क्रम चल रहा है। एक दो बार हम लोगों ने डीपीओ से शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिला पंचायत अध्यक्ष ने महिलाओं से लिखित शिकायत करने को कहा।
अस्वस्थ हैं डीपीओ
जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल कुमार मौर्य पिछले दिनों हृदयघात के चलते अस्वस्थ हैं। अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। बुधवार को जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी नरेंद्र पांडे को जिला प्रोबेशन अधिकारी का चार्ज दिया गया है।