नई दिल्ली: सरकार ने सीडीएस जनरल अनिल चौहान का कार्यकाल बढ़ाया है। रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि जनरल अनिल चौहान की सेवा अवधि को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) और मिलिट्री अफेयर्स विभाग (DMA) के सचिव के रूप में 30 मई 2026 तक या फिर अगला आदेश आने तक (जो भी पहले हो) बढ़ा दिया है। जनरल चौहान 1981 में भारतीय सेना में कमीशन हुए थे। रिटायर होने के बाद वह नैशनल सिक्योरिटी काउंसिल सेक्रेटेरिएट में मिलिट्री अडवाइजर बने।

देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत की दिसंबर 2021 में एक हादसे में मौत हो गई थी। जिसके बाद सीडीएस बनने के लिए कौन योग्य माना जाएगा, इस नियम में सरकार ने बदलाव किए जिससे लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अधिकारी और लेफ्टिनेंट जनरल रैंक से रिटायर्ड ऑफिसर सीडीएस की दौड़ में आ गए। अनिल चौहान भी लेफ्टिनेंट जनरल पद से ही रिटायर हुए थे। सरकार ने उन्हें सीडीएस बनाया और अब उन्हें एक्सटेंशन दिया गया है। उन्होंने 30 सितंबर 2022 को सीडीएस का पद संभाला था।
टास्क थिएटर कमांड की जरूरत पर सवाल
सीडीएस के तौर पर उनका पहला टास्क थिएटर कमांड बनाना था। हालांकि अभी तक थिएटर कमांड बन नहीं पाई है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद से तो इसकी चर्चाएं भी तेज हैं कि थिएटर कमांड की जरूरत है भी या नहीं।
एयरफोर्स चीफ एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि फिलहाल हमें निचले स्तर पर किसी नए ढांचे (थिएटर कमांड) की जरूरत नहीं है। जिसके कुछ दिन बाद इंडियन आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने थिएटर कमांड के फायदे गिनाते हुए थिएटराइजेशन को बहुत जरूरी बताया।
इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड पर हो रहा काम
अभी इंडियन आर्मी की 7, एयरफोर्स की 7 और नेवी की 3 कमांड हैं। इन्हें मिलाकर इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड बनाने पर काम हो रहा है। थिएटर कमांड बनाने की प्रक्रिया जनवरी 2020 में पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत की नियुक्ति के साथ शुरू हुई थी। इस पर कई दौर की चर्चाएं हुईं और कुछ प्रगति भी हुई है। फिर 30 सितंबर 2022 को जनरल अनिल चौहान ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) का पद संभाला और थिएटर कमांड के नए प्रस्ताव पर बात होने लगी। मौजूदा प्रस्ताव जिस पर काम हो रहा है उसके मुताबिक कुल तीन थिएटर कमांड बननी हैं। एक पाकिस्तान बॉर्डर के अपोजिट एक चीन बॉर्डर के अपोजिट और एक मेरीटाइम कमांड।