उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के दोस्तपुर थाना क्षेत्र के मुस्तफाबाद कला से एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है. जहां 17 नवंबर को शादी के लिए आई बारात बिना दुल्हन के ही वापस अपने घर लौट गई. इसके पीछे का कारण दुल्हन का सादी करने से इंकार करना बताया जा रहा है. दुल्हन के मना करने पर पूरे माहौल में सन्नाटा छा गया. हालांकि, जब लड़की से इसका कारण पूछा गया तो वहां मौजूद हर कोई अचंभित रह गया.
क्या था पूरा मामला
दरअसल, सुल्तानपुर के मुस्तफाबाद कला निवासी सुजीत ने अपनी बड़ी बेटी बबिता (28) की शादी अखंडनगर थाना के नगरी मकोइया गांव निवासी पुनीत (30) से तय की थी. शादी की तारीख 17 नवंबर रखी गई थी और बारात गाजे-बाजे के साथ बबिता के घर पहुंची. बारातियों का जमकर स्वागत हुआ और सभी खुशी-खुशी द्वारचार की रस्म में भाग लेने लगे. इस सबके बाद दूल्हा और दुल्हन ने एक दूसरे को जयमाला पहनाई, फोटो खिंचवाई और साथ में खाना भी खाया. लेकिन इसके बाद जैसे ही दूल्हा और दुल्हन बाकि रस्मों के लिए मंडप में बैठे तो तभी लड़की ने उठकर कहा कि, “मैं इस लड़के से शादी नहीं कर सकती. वह मंदबुद्धि है और हाईस्कूल भी फेल है. जबकि मैं एक ग्रेजुएट हूं.”
परिवार वालों ने समझाया
जिसके बाद रातभर लड़की के घरवाले और दूल्हे के परिवार वाले उसे समझाते रहे. लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ी रही. सुबह होते-होते लड़की के पिता ने शादी को रद्द करते हुए दूल्हे से बारात वापस ले जाने को कहा. इसके बाद दूल्हे के पिता ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस आई और दोनों पक्षों को थाने ले गई. थाने में भी लड़की को समझाने की कोशिश की गई. लेकिन वह किसी भी हालत में शादी करने को तैयार नहीं हुई. पूरे विवाद का कारण बताते हुए दूल्हे के पिता बेचन ने बताया कि शादी में कोई समस्या नहीं थी. जब तक दुल्हन ने एक जोड़ी चप्पल और चूड़ी की मांग नहीं की. जब उसे यह नहीं मिला, तो उसने शादी से इंकार कर दिया.
पुलिस ने किया फैसला
पूरे मामले में दोस्तपुर थाना प्रभारी पंडित त्रिपाठी ने बताया कि दोनों पक्षों में सुलह हो गई है. दुल्हन के परिवार ने तिलक का खर्च उठाने का वादा किया है. इसके साथ ही दूल्हे के परिवार द्वारा दिए गए गहनों को दुल्हन के घरवाले वापस करेंगे.