उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में नौकरी का झांसा देकर न्यूड सेक्स चैट कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। बताया जा रहा है इस मामले में एक महिला ने अपने साथ हुई घटना के बाद केस दर्ज कराया है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई की है और आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के अनुसार एक महिला ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि उन्होंने नौकरी के लिए आवदेन किया था। एक जुलाई को उनके पास एक कॉल आई। उन्हें फाइनेंस एडवाइजर की जॉब के बारे बताया। 4 जुलाई को अपने ऑफिस बुलाया गया। 25 हजार रुपये ले लिए। वहां से उन्हें राजेंद्र नगर सेक्टर तीन के एक मकान में ले जाया गया। जहां उन्हें बताया कि कैमरे के सामने न्यूड होकर सेक्स चैट करना है। उन्होंने देखा कि पांच-छह युवतियां न्यूड होकर सेक्स चैट कर रही थीं। यह सब देखकर उनके पैरो-तले जमीन खिस गई।
चेहरे पर तेजाब फेंकने की दी धमकी
वहीं जब उस महिला ने इस बात का विरोध किया तो वहां मौजूद एक महिला और दो युवकों ने उसे गाली-गलौज देकर धमकाना शुरू कर दिया। उनके चेहरे पर तेजाब फेंकने की धमकी दी। उन्होंने मौके से भागकर किसी अपनी जान बचा ली। गाजियाबाद के शालीमार गार्डन थाने पहुंचकर लिखित शिकायत की। सहायक पुलिस आयुक्त शालीमार गार्डन सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर कुछ लोगों को गिरफ्तार कर पूरे मामले में पूछताछ की जा रही है। गिरोह का सरगना कौन है, कब से इसका संचालन हो रहा है, सबकी जानकारी की जा रही है।
भोली-भाली लड़कियों को नौकरी का देते थे लालच
दरअसल गरीब लड़कियों को नौकरी का लालच देकर उन्हें बुलाया जाता था। जो महिलाएं टेलीकॉलर व फाइनेंस एडवाइजर जैसी नौकरी पाना चाहती थी उन्हें दफ्तर बुलाया जाता था। गैंग का सरगना आरटीओ कार्यालय से ड्राईविंग लाईसेंस बनवाने और वाहनों का इंश्योरेंश कराने जैसे दूसरे काम भी करता है। इस काम के लिए खोले गए दफ्तर में ही युवतियों को नौकरी के लिए बुलाया जाता था। यहां आने पर उन्हें सैक्स चैट के अड्डे पर ले जाकर बताया जाता था कि आपका काम कैमरे पर सैक्स चैट करने का होगा। 20 से 25 हजार रुपए तक सेलरी ऑफर की जाती थी और प्रस्ताव ठुकराने पर धमकाकर यह काम करने को मजबूर किया जाता था। पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश किया है और इसके बारे में अधिक जानकारी जुटाने में लगी है।