उत्तर प्रदेश के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस एयरपोर्ट के 20 किलोमीटर के दायरे में बिल्डिंग्स- मकानों का नक्शा कलर कोडेड जोनिंग मैप के अनुसार मंजूर किया जाएगा। कोडेड जोनिंग मैप को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने जारी किया है। इसे अब बिल्डिंग बॉयलॉज में शामिल करने का फैसला लिया गया है।
जानकारी के अनुसार, नोएडा एयरपोर्ट की समुद्री तल से औसत ऊंचाई 200 मीटर है। नियमों के तहत पहले फेज में 1334 हेक्टेयर में 2 रनवे प्रस्तावित किए गए हैं। एयरपोर्ट पर 3900 मीटर का पहला रनवे बनकर तैयार किया जा चुका है। वहीं 4150 मीटर रनवे को अभी बनाया जाएगा।
एयरपोर्ट के 20 किलोमीटर के दायरे में निर्माण कामों के लिए AAI अनापत्ति प्रमाणपत्र लेना जरूरी हो गया है। इसे लेकर AAI द्वारा कलर कोडेड जोनिंग मैप भी जारी कर दिया गया है। अब यमुना प्राधिकरण द्वारा इस मैप को बिल्डिंग बॉयलॉज में शामिल करने का प्रस्ताव पास कराया गया है।
कैसे पास होगा नक्शा ?
यमुना प्राधिकरण एक कंसल्टेंट कंपनी का चुनाव करेगा। एरिया का सर्वे किया जाएगा, इसके बाद 20 किलोमीटर एरिया में तय ऊंचाई के हिसाब से फलोर एरिया रेशो (FAR), कवरेट एरिया समेत दूसरे बिंदुओं पर रिपोर्ट करेगी और रिपोर्ट के अनुसार बिंदुओं के आधार पर ही आवंटियों को नक्शा पास किया जाएगा। प्राधिकरण का कहना है कि बॉयलॉज में बदलाव करके कलर कोडेड जोनिंग मैप के माध्यम से नक्शा पास करवाया जाएगा।
नियम का उल्लंघन करने पर कार्रवाई
प्राधिकरण का कहना है कि अगर कोई नियमों का उल्लंघन करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसे लेकर AAI से भी परमिशन लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बताया जा रहा है कि AAI के कलर कोडेड जोनिंग मैप में 20 किलोमीटर में ऊंचाई के मानक पहले से तय किए जा चुके हैं। इस योजना को लेकर 86वीं बोर्ड बैठक में अपर मुख्य सचिव एवं यमुना प्राधिकरण के चेयरमैन आलोक कुमार, यीडा CEO आरके सिंह, ACEO नागेंद्र सिंह, OSD शैलेंद्र भाटिया, OSD शैलेंद्र सिंह समेत दूसरे अधिकारियों द्वारा चर्चा की गई है।