मथुरा: उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार की देर शाम को वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर के लिए ट्रस्ट का गठन कर दिया है. प्रमुख सचिव अतुल श्रीवास्तव ने आदेश जारी किया. जिसके बाद अब मंदिर की व्यवस्थाएं, पूजा पाठ और तीज त्योहार पर सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारियां तय करने और बांके बिहारी जी ट्रस्ट का काम देखने के लिए सीईओ की तैनाती की जाएगी.
शासन ने नया आदेश जारी करते हुए कहा कि वृन्दावन के प्रमुख मंदिर ठाकुर बांके बिहारी जी को न्यास बनाने का आदेश प्रमुख सचिव अतुल श्रीवास्तव ने जारी किया है. सरकार की ओर से बने ट्रस्ट ही सारे काम की देख रख करेगा और व्यवस्था देखरेख करने के लिए सीईओ की तैनाती की जाएगी. ट्रस्ट में 18 सदस्य भी होंगे. अधिसूचना के अनुसार बोर्ड में चार प्रकार के सदस्य होंगे. पदेन सदस्य के रूप में सात अधिकारी होंगे और 11 वरिष्ठ अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे. मंदिर गोस्वामी परंपरा के दो सदस्य भी होंगे. जल्द ही सीईओ की तैनाती की जाएगी.
बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर बनाने के लिए बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने हरी झंडी दे दी. इस पर 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे. 5.5 एकड़ में बनने वाले इस कॉरिडोर से करोड़ों भक्तों को दर्शन में सुविधा मिलेगी. मंदिर के खजाने से भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा. बनारस की तर्ज पर इस कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा. एक साथ 10 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए जा सकेंगे. कॉरिडोर बन जाने के बाद श्रद्धालुओं की राधारमण, मदन मोहन देव मंदिर तक पहुंच बहुत आसान हो जाएगी. उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की योजना बिहारीजी मंदिर तक आने वाले भक्तों को सुगमता पूर्वक अन्य प्राचीन मंदिरों तक पहुंचाना भी है.बता दें कि पिछले साल सितंबर में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने कॉरिडोर का प्रजेंटेशन किया था. कॉरिडोर भौगोलिक स्थिति के चलते 2 हिस्सों में होगा. इसे विद्यापीठ और परिक्रमा मार्ग से जोड़ा गया है. प्रस्तावित कॉरिडोर में बिहारी जी के भक्तों की प्रत्येक सुविधा का ध्यान रखा गया है.
प्रस्तावित कॉरिडोर बनाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से करीब 276 से अधिक दुकान और मकानों का अधिग्रहण किया जाएगा. इसमें से 149 आवासीय, 66 व्यावसायिक, 57 मिश्रित भवन हैं. बनारस के पैटर्न पर प्रस्तावित कॉरिडोर की सीढ़ियां चढ़ते ही इसकी खूबसूरती भी बढ़ती जाएगी. कदंब और करील के पौधे कॉरिडोर में अपनी आभा बिखेरेंगे. कॉरिडोर के साथ ही श्री बांके बिहारी मंदिर के परिक्रमा मार्ग को भी नया स्वरूप दिया जाना है. इसके लिए भी बिहारीजी के आसपास की जमीन भी अधिग्रहित की जानी है.
उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने यमुना पर सस्पेंशन पुल का भी प्रस्ताव तैयार किया है. यह सस्पेंशन पुल कॉरिडोर के सामने ही यमुना पर बनाया जाएगा. इससे यमुना एक्सप्रेस-वे की ओर से वृंदावन आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग की सुविधा यमुना पार की जाएगी. इसके बाद श्रद्धालु ई-रिक्शा आदि छोटे वाहन से सस्पेंशन पुल के माध्यम से कॉरिडोर तक आ सकेंगे.