यूपी में गोंडा जिले के बीएसए पर योगी सरकार ने बड़ा ऐक्शन लिया है।एक टेंडर प्रक्रिया में 10 लाख रुपये की वसूली किए जाने तथा पदीय दायित्वों में घोर लापरवाही करने एवं शिथिलता बरतने के आरोप में गोंडा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) अतुल कुमार तिवारी को निलम्बित कर दिया गया है। मंगलवार की देर शाम को बेसिक शिक्षा अनुभाग एक के संयुक्त सचिव वेद प्रकाश राय ने इस संबंध में शासन की तरफ से आदेश जारी कर दिया।

बताया जाता है कि बीएसए द्वारा बरती जा रही अनियमितताओं समेत सरकारी कार्यों के प्रति उनकी स्वच्छन्दता के बारे में देवी पाटन मण्डल के मण्डलायुक्त एवं गोण्डा के जिलाधिकारी ने भी शासन को शिकायत भेजी थी। प्रारम्भिक जांच में सारे तथ्य सही पाए गए जिसके बाद शासन ने उन्हें निलम्बित कर दिया है। अतुल कुमार तिवारी द्वारा बरती गई वित्तीय अनियमितताएं एवं पदीय दायित्वों में लापरवाही और शिथिलता बरते जाने के सभी पहलुओं की जांच के लिए लखनऊ मण्डल के मण्डलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) को जांच अधिकारी नामित किया गया है। निलम्बन अवधि में अतुल कुमार तिवारी को लखनऊ मण्डल के संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है।
डीपीसी में 50 समीक्षा अधिकारियों को बनाया गया अनुभाग अधिकारी
वहीं सचिवालय में 56 अनुभाग अधिकारियों की पदावनति के बाद मंगलवार को अनुभाग अधिकारी के खाली पदों पर पदोन्नति के लिए समीक्षा अधिकारियों की डीपीसी हुई। इसमें 50 समीक्षा अधिकारियों को अनुभाग अधिकारी के पद पर प्रमोट किया गया है। इन सबके पदोन्नति आदेश जारी हो गए हैं। डीपीसी 187 रिक्त पदों के सापेक्ष हुई थी। 144 समीक्षा अधिकारियों का वर्ष 2023 में चयन वर्ष बदले जाने और उसके बाद कोर्ट के आदेश पर इन्हें पुराना चयन वर्ष वापस किए जाने की वजह से सोमवार को 56 अनुभाग अधिकारियों को पदावनत किया गया था। कंप्यूटर सहायक एवं सहायक समीक्षा अधिकारी संघ के पूर्व उपाध्यक्ष संजीव कुमार सिन्हा, मुकेश गुप्ता और मानस मुकुल त्रिपाठी आदि ने कोर्ट के आदेश का अनुपालन करने और डीपीसी के लिए मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और सचिवालय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव का आभार जताया है।














