भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने 12 जून को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी कर दी है। बता दें कि इस हादसे में 260 लोगों की जान चली गई थी। लंदन गैटविक जा रहा बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान AI171, अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
ईंधन की आपूर्ति बंद होने के कारण हुआ था ये हादसा
एएआईबी की 15 पन्नों की रिपोर्ट में दुर्घटना से पहले की प्रमुख तकनीकी घटनाओं और कॉकपिट में हुई बातचीत का विवरण है। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से मिली जानकारी के अनुसार, 12 जून को अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया बोइंग 787 विमान में सवार एक पायलट को यह पूछते हुए सुना जा सकता है कि आपने (ईंधन) क्यों बंद कर दिया? एएआईबी द्वारा जारी प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, दूसरे पायलट ने जवाब दिया मैंने ऐसा नहीं किया। रिपोर्ट से पता चलता है कि इंजन 1 और इंजन 2, दोनों के ईंधन कटऑफ स्विच एक सेकंड के अंतराल में RUN से CUTOFF में बदल गए, जिससे ईंधन की आपूर्ति बंद हो गई जिसके कारण ये हादसा हुआ।
पायलट ने भेजा था मेडे अलर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि जब विमान उड़ान भर रहा होता है और ईंधन नियंत्रण स्विच को कटऑफ से रन पर ले जाया जाता है, तो प्रत्येक इंजन का पूर्ण प्राधिकरण दोहरा इंजन नियंत्रण (FADEC) स्वचालित रूप से प्रज्वलन और ईंधन परिचय के पुनः प्रज्वलन और थ्रस्ट रिकवरी अनुक्रम का प्रबंधन करता है। हालांकि, EAFR रिकॉर्डिंग कुछ ही सेकंड बाद बंद हो गई। इसके तुरंत बाद, एक पायलट ने मेडे अलर्ट भेजा। एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने कॉल साइन के बारे में पूछताछ की। कोई जवाब नहीं मिला, लेकिन फिर उन्होंने देखा कि विमान हवाई अड्डे की सीमा के बाहर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है।बता दें कि विमान का संचालन कैप्टन सुमीत सभरवाल कर रहे थे, जो एक लाइन ट्रेनिंग कैप्टन हैं और जिनके पास 8,200 घंटे उड़ान का अनुभव है। उनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर भी थे, जिन्होंने 1,100 घंटे उड़ान का अनुभव हासिल किया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों पायलट चिकित्सकीय रूप से स्वस्थ थे और पर्याप्त अनुभव के साथ काम कर रहे थे।