मिर्जापुर: कांवड़ यात्रा की पवित्रता को ठेस पहुंचाते हुए श्रद्धालुओं के बीच नकली कांवड़िया बनकर चोरी करने वाले गैंग का मड़िहान पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को कलवारी चौराहा के पास से गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से चोरी के आठ एंड्रॉयड मोबाइल, एक सोने की लॉकेट, नकदी 3200 रुपये, पर्स और एक ऑटो रिक्शा बरामद किया गया है। मामले का खुलासा सीओ ऑपरेशन मुनेंद्र पाल ने प्रेसवार्ता के दौरान किया।
शिकायत के बाद पुलिस ने शुरू की थी जांच
27 जुलाई को मिर्जापुर जिले के अहरौरा थाना क्षेत्र के खोड़िया गांव निवासी मोहित कुमार ने थाने में तहरीर देकर बताया कि वह अपने साथियों के साथ गंगाजल लेकर कांवड़ यात्रा पर निकले थे और शिवद्वार मंदिर (घोरावल) जा रहे थे। रास्ते में कलवारी बाजार में थकावट के कारण सो गए, तभी किसी ने उनका मोबाइल चोरी कर लिया। घटना की सूचना पर पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
तीन आरोपी गिरफ्तार, सभी सोनभद्र निवासी
जांच के दौरान मड़िहान पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कलवारी बाजार के पास से तीन युवकों को पकड़ा। आरोपियों की पहचान सरफराज (निवासी औरही, थाना घोरावल), सुभाष (निवासी जुड़ी, थाना घोरावल) और राजेश कुमार (निवासी पटवध, थाना चोपन) जनपद सोनभद्र के रूप में हुई।
कांवड़ियों में घुल-मिल कर करते थे चोरी
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे नकली कांवड़िया बनकर श्रद्धालुओं के बीच यात्रा में शामिल होते थे। दिन भर साथ चलकर विश्वास कायम करते और रात में शिवभक्तों के सो जाने के बाद उनका मोबाइल, पर्स और गहने चोरी कर लेते थे। चोरी के सामान को बेचकर आपस में रुपये बांट लेते थे। राजेश कुमार के खिलाफ एनडीपीएस, गुंडा एक्ट और आयुध अधिनियम के तहत पूर्व में भी मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। साथ ही आगे की जांच जारी है, ताकि गैंग के अन्य सदस्यों का भी पता लगाया जा सके।