कानपुर में मौजूद कार शोरूम में चोरी की वारादात हुई थी. चोर यहां से 59 लाख रुपये चोरी करके ले गए थे. मामला सामने आने के बाद कानपुर पुलिस चोरों की धरपकड़ में दिन-रात जुटी हुई थी. पुलिस ने चोरों का पता लगाया और उन्हें कुंडा से गिरफ्तार किया. पुलिस ने उनके पास से 28 लाख रुपये कैश में बरामद किया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने चोरी के पैसों से गांव में नाच-गाना करवाया और भोज कराया था.
दरअसल, 4 जून की रात को कानपुर के महाराजपुर में मौजूद टोयोटा शोरूम में 59 लाख रुपये की चोरी हुई थी. चोरों ने शोरूम की तिजोरी तोड़कर रुपये चुराए थे. वारदात के वक्त शोरूम का सिक्योरिटी स्ट़फ भी ड्यूटी पर था, लेकिन उन लोगों को इस चोरी की भनक तक नहीं हुई थी.
मामला सामने आने के बाद पुलिस की कई टीमें चोरों की तलाश में जुटी हुई थी, लेकिन कई दिनों की खोजबीन के बाद भी चोरों का कुछ पता नहीं चला था. शोरूम के सभी कर्मचारियों-गार्डों से भी पूछताछ की थी, लेकिन कुछ भी जानकारी हाथ नहीं लगी थी.
कुंडा इलाके के रहने वाले निकले आरोपी
पुलिस ने साइबर टीम की भी मदद ली थी. सर्विंलांस के जरिए पुलिस को पता चला कि 59 लाख रुपये की चोरी करने वाले प्रतापगढ़ के कुंडा इलाके के नवाबगंज क्षेत्र के हैं. साथ ही पुलिस को पता चला कि इसी तरह की चोरी पनकी इलाके में मौजूद एक और कार शोरूम में हुई है.
प्रतापगढ़ से किए गए थे गिरफ्तार
26 दिन की जांच-पड़ताल के बाद पुलिस ने प्रतापगढ़ से दो चोर श्यामू मौर्य और संजीत को गिरफ्तार किया. पुलिस ने इनके पास से 28 लाख रुपये का कैश और 12 लाख की एफडी बरामद की. पुलिस को पता चला कि दोनों पर चोरी सहित दूसरे अपराधों के दर्जनों मुकदमें दर्ज हैं.
गांव में कराया भोज और नाच-गाना
मामले पर डीसीपी शिवाजी शुक्ला का कहना है कि दोनों शोरूम में हुई चोरी की घटना उसमें लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुई थी. उसके आधार पर और साइबर टीम से मिले इनपुट की मदद से दोनों चोरों को गिरफ्तार किया गया. दोनों गुड़गांव में भी चोरी के मामले में जेल जा चुके हैं. डीपीसी ने आगे बताया कि कार शोरूम से चोरी की गई रकम से इन दोनों ने गांव में नाच-गाना का कार्यक्रम कराया था और भोज भी कराया था. जिसमें गांववालों और रिश्तेदारों को आमंत्रित किया था.