Sanchar Now। इंडिया एक्सपोर्ट मार्ट ग्रेटर नोएडा में इनफॉर्मा मार्केट इन इंडिया ने आज रिन्यूएबल एनर्जी इंडिया (आरई आई) एक्सपो के 17 संस्करण का शुभारंभ किया। इसका आयोजन 3 अक्टूबर से 5 अक्टूबर तक किया जाएगा। इसी के साथ बैटरी शो इंडिया के दूसरे संस्करण का भी आयोजन किया जा रहा है। इस तरह का यह आयोजन नवीकरणीय ऊर्जा, बैटरी स्टोरेज एवं ईवी सेक्टरो के लिए महत्वपूर्ण मंच होगा। यहां दोनों उद्योगों के लिए आपसी सहयोग और इन्नोवेशंस को बढ़ावा मिलेगा।
दरअसल, रिन्यूएबल एनर्जी इंडिया 2024 के इस संस्करण में 700 से अधिक प्रदर्शन हिस्सा लेंगे। जिनमे 85 फ़ीसदी घरेलू एवं 15 फीसदी इंटरनेशनल प्रदर्शन होंगे। जर्मनी और मध्य पूर्व के प्रदर्शन भी इस सूची में शामिल रहेंगे। उम्मीद है कि 850 से अधिक ब्रांड 5000 से अधिक कारोबार आगंतुकों को लुभाएंगे। इस साल सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जैव ऊर्जा और एनर्जी स्टोरेज पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा। मुख्य प्रदर्शकों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, अदानी सोलर, गौतम सोलर एमवी, विक्रम सोलर, वारी, जेएसडब्ल्यू स्टील और एनविजन आदि शामिल होंगे।
इस मौके पर इन्फॉर्मा मार्केटस इन इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर योगेश मद्रास ने कहा कि रिन्यूएबल एनर्जी इंडिया एक्सपो 2024 और इसके साथ बैटरी शो इंडिया देश की सीओपी 26 प्रतिबद्धता के अनुरूप है। जो कार्बन फुटप्रिंट काम करने और नवीनीकरण ऊर्जा को बढ़ावा देने की भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। 2030 तक कार्बन ऊर्जा को 45 फ़ीसदी तक काम करने के लक्षण के साथ यह प्रदर्शनी नवीनीकरण ऊर्जा की महत्वपूर्ण भूमिका पर रोशनी डालेगी। इसमें कई महत्वपूर्ण प्रगतियों को दर्शाया गया है जैसे 37.49 गीगावॉट की कुल क्षमता वाले 50 सोलर पार्कों के लिए अनुमोदन, 5 मिलियन टन हरित हाइड्रोजन उत्पादन के महत्वाकांक्षी लक्ष्य और 2030 तक 30 गीगावॉट ऑफशोर पवन ऊर्जा हासिल करने के लक्ष्य है।
रिन्यूएबल एनर्जी इंडिया एक्सपो में पहुंचे राजस्थान सरकार के ऊर्जा विभाग के राज्य मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि राजस्थान भारत की नवीनीकरण ऊर्जा लक्षण में मुख्य भूमिका निभाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप देश में 500 गीगावॉट लक्षण में मुख्य योगदान दे रहा है। विशाल रेगिस्तान के चलते यहां सौर और पवन ऊर्जा का उपयोग करने के लिए अपार संभावनाएं हैं। वर्तमान में राज्य और 20,000 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन करता है। जिसमें से 5000 मेगावाट ऊर्जा का उपयोग स्थानीय रूप से किया जाता है। शेष ऊर्जा को देश के अन्य स्थानों पर भेजा जाता है। हमने अगले चार से पांच सालों में ऊर्जा सेक्टर में रुपए 5 लाख करोड़ के निवेश की योजना बनाई है।
राजस्थान की आधुनिक ऊर्जा परियोजनाएं जैसे इंटीग्रेटेड सोलर बैट्री स्टोरेज और ग्रेड ऑपरेशंस ऊर्जा उत्पादन व वितरण में उदाहरण स्थापित कर रहे हैं। हम रूफ़टॉप सोलर के 1000 मेगावाट के लिए टेंडर पर काम कर रहे हैं और अपने ग्रिड एवं ट्रांसमिशन सिस्टम को मजबूत बनाते हुए राज्य एवं देश के स्थाई विकास को सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है।