संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा में बैंक कर्मचारियों के प्रताड़ना से परेशान होकर ई रिक्शा चालक ने हत्या के मामले में बिसरख पुलिस ने 18 दिनों के बाद मामला दर्ज किया है। मृतक ई रिक्शा चालक पर बैंक ने गलत तरीके से ₹25000 बकाया बताया जिसके चलते बैंक कर्मचारियों ने मृतक के ई-रिक्शा को जप्त कर लिया। फिर उसके साथ बदसलूकी की बैंक कर्मचारियों की प्रताड़ना के चलते 25 जुलाई को ई रिक्शा चालक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
दरअसल, बिसरख थाना क्षेत्र के सरस्वती कुंज में रहने वाले मनोज ने फांसी का फंदा लगाकर 25 जुलाई को आत्महत्या कर ली थी। उसके बाद पुलिस ने उसके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। इस मामले में मृतक की पत्नी शारदा देवी ने बिसरख पुलिस को शिकायत देते हुए बताया कि उसके पति मनोज ई रिक्शा चलाकर घर का गुजारा करते थे। बैंक वालों ने हेरा फेरी कर उनके खाते से ₹25000 निकाल लिए और इस बात की जानकारी किसी को नहीं दी थी। जिसके बाद बैंक कर्मचारियों ने उसका ई रिक्शा जप्त कर लिया और उसके साथ बदसलूकी की।
शारदा देवी ने बताया कि उनके पति का बैंक खाता नोबल कोऑपरेटिव बैंक सेक्टर 62 नोएडा में है। उन्होंने आरोप लगाया कि जनवरी में बैंक वालों ने हेरा फेरी करके उनके खाते से ₹25000 निकाल लिए थे। जब मेरे पति को इसके बारे में जानकारी हुई तो वह 24 जुलाई को बैंक पहुंचे जहां पर मौजूद बैंक कर्मियों ने उनके साथ बदतमीजी की और बेज्जती करते हुए बैंक से बाहर निकाल दिया। उल्टा रुपये देने की मांग करने लगे और रुपये नहीं देने पर ई रिक्शा जप्त करने की बात भी कहने लगे। इसके बाद बैंक कर्मचारियों ने उनके ई-रिक्शा को बैंक के बाहर जप्त करते हुए खड़ा कर लिया। इस पूरी घटना से मनोज कुमार ने दुखी होकर 25 जुलाई को फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में महिला ने बैंक के मैनेजर और दो कर्मचारियों के खिलाफ बिसरख पुलिस से शिकायत की।
सेंट्रल नोएडा के एडिशनल डीसीपी हितेश कठेरिया ने बताया कि मृतक की पत्नी की तहरीर के आधार पर बिसरख पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। महिला की शिकायत के आधार पर बैंक मैनेजर बैंक, कर्मचारी अनामिका और सचिन गौतम के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज करते हुए जा शुरू कर दी है।