उत्तराखंड में UKSSSC पेपर लीक मामला अब राजनीतिक रंग लेता जा रहा है. कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे पर भाजपा सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. इसको लेकर सोमवार कांग्रेस पार्टी प्रदेश भर में जोरदार प्रदर्शन करेगी. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण महरा ने घोषणा की कि पार्टी कार्यकर्ता उत्तराखंड सरकार और आयोग का पुतला फूंकेंगे, साथ ही इस मुद्दे पर माहौल बनाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं.

प्रदर्शन राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में आयोजित होगा, जहां पार्टी बेरोजगार युवाओं के हितों की रक्षा की मांग उठाएगी.
तीन पन्ने लीक होना बड़ी लापरवाही
कांग्रेस का आरोप है कि परीक्षा के दौरान तीन पन्नों के लीक होने की घटना गंभीर लापरवाही और भ्रष्टाचार का परिणाम है. महरा ने कहा कि सरकार और आयोग को बताना होगा कि पेपर के तीन पन्ने बाहर कैसे आए? सोशल मीडिया पर वायरल हुए इन पन्नों की जांच होनी चाहिए. उन्होंने दावा किया कि परीक्षा समाप्त होने के बाद अभ्यर्थियों ने पाए गए प्रश्नों से मिलान करने पर एक जैसे सवाल मिले, जो लीक की पुष्टि करते हैं.
महरा ने सवाल उठाया कि सख्त नकल विरोधी कानून के बावजूद पेपर लीक कैसे हो रहा है, और सरकार इसकी जवाबदेही ले. कांग्रेस राज्यव्यापी प्रदर्शन के जरिए धामी सरकार पर दबाव बनाएगी.
प्रदेश कांग्रेस वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने ABP लाइव को बताया कि यह पेपर लीक बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा है. करण महरा के निर्देश पर 22 सितंबर को प्रदर्शन होगा. तीन पन्नों का लीक होना गंभीर सवाल उठाता है. धस्माना ने कहा कि परीक्षा प्रणाली में सेंधमारी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठेगी.
दूसरी ओर उत्तराखंड क्रांति दल (UKD) के उपाध्यक्ष जयप्रकाश उपाध्याय ने इस घटना को राज्य में भ्रष्टाचार का प्रतीक बताया. उन्होंने मांग की कि सरकार उच्च स्तरीय जांच करे और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो, अन्यथा बेरोजगारों का भविष्य खतरे में पड़ेगा.
भाजपा ने आरोप किए खारिज
भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज किया है. पार्टी का कहना है कि राज्य सरकार ने नकल विरोधी कानून बनाया है, जिसके तहत कार्रवाई जारी है. BJP प्रवक्ता ने कहा कि पेपर लीक की बात गलत है. यह माहौल बनाने की साजिश है. सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है, और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. पुलिस ने पहले ही दो आरोपियों, हकम सिंह और पंकज गौर को गिरफ्तार किया है, जबकि जांच में खुलासा हुआ कि केवल एक सेट हरिद्वार केंद्र से लीक हुआ था, जो किसी बड़े गिरोह से नहीं जुड़ा.