उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में गर्मी व लू के कारण हो रही मौतों व इससे बचाव को लेकर सोमवार को अफसरों संग बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने प्रदेश में हर स्तर पर बचाव के पुख्ता प्रबंध करें। लू के लक्षणों और उससे बचाव के लिए आमजन को जागरूक करें। राहत आयुक्त कार्यालय के स्तर से मौसम पूर्वानुमान का दैनिक बुलेटिन जारी किया जाए।
उन्होंने निर्देश दिया कि सभी नगर निकायों व ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ रखवाए जाएं। बाजार में व मुख्य मार्गों पर जगह-जगह पेयजल की व्यवस्था हो। इस कार्य में सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। सड़कों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव कराया जाए। पानी की कमी से अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए।
उन्होंने निर्देश दिया कि भीषण गर्मी के बीच पशुधन और वन्य जीवों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाना आवश्यक है। सभी प्राणि उद्यानों व अभयारण्यों में हीट-वेव एक्शन प्लान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए। पशुपालक कृषकों को हीट वेव की स्थिति में सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम हों। गोशालाओं में पशुधन की चारे और पानी की उचित व्यवस्था हो।
रोस्टर के अनुसार करें पेयजल की आपूर्ति
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि शहरों में पेयजल की आपूर्ति निर्धारित रोस्टर के अनुरूप की जाए। सभी हैंडपम्प को क्रियाशील रखा जाए। ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं का सुचारू संचालन किया जाए। सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ का संचालन एक पुनीत कार्य, गोवंश, श्वान आदि के लिए सार्वजनिक स्थानों पर पानी एवं छाया की व्यवस्था की जानी चाहिए। पक्षियों के लिए छोटे बर्तनों में पानी एवं दाना रखने के लिए आम जन को करें जागरूक करें।
तेज गर्मी व लू का मौसम चल रहा है। ऐसे में गांव हो या शहर, कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती न हो। जरूरत हो तो अतरिक्त बिजली खरीदने की व्यवस्था करें। ट्रांसफार्मर जलने व तार गिरने जैसी समस्याओं का बिना विलंब निस्तारण किया जाए।
बैठक में मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा, अपर मुख्घ्य सचिव वन, प्रमुख सचिव राजस्व और राहत आयुक्त मौजूद रहे।