कानपुर पुलिस ने एक ऐसी लुटेरी दुल्हन को गिरफ्तार किया है जिसने न सिर्फ खुद को इनकम टैक्स इंस्पेक्टर बताया बल्कि सिपाही से शादी के लिए मां-बाप से लेकर रिश्तेदार तक फर्जी बनाए। शादी समारोह में कन्यादान करने वाला पिता भी फर्जी था और विदाई में आंसू बहाने वाला भाई भी। बार-बार घूंघट दुरुस्त करने वाली बहन से लेकर मंडप में रात भर ढोलक बजाने वाली महिलाएं भी सेटिंग के जरिए आईं थीं।
लुटेरी दुल्हन ने अपने जिस नाम (शिवांगी सिसौदिया) का इस्तेमाल शादी के लिए किया वो भी फर्जी निकला। उसका असली नाम झांसी निवासी सबिता देवी है। इस कहानी की शुरुआत साल 2021 में हुई। फजलगंज में तैनात सिपाही झांसी के रहने वाले जितेंद्र गौतम की शिवांगी उर्फ सबिता से फेसबुक के जरिए दोस्ती हुई। यहीं से दोनों में प्रेम हुआ और बात शादी तक पहुंच गई। शिवांगी ने बताया था कि वह बलिया की रहने वाली है और चंडीगढ़ में इनकम टैक्स में तैनात है। बस फिर क्या था, शादी के आयोजन की तैयारी झांसी में हुई। गेस्ट हाउस लिया गया। 10 फरवरी 2021 को दोनों ने शादी कर ली। शिवांगी ने इससे पहली ही सगाई में पेशकश कर दी कि एक स्कार्पियो मिलकर ले लेते हैं। इसे दिखा देंगे कि दहेज में मिली है। जितेंद्र ने आधी रकम के रूप में 6.21 लाख शिवांगी के खाते में ट्रांसफर कर दिए। यह अलग बात है कि गाड़ी नहीं आई और शादी हो गई।
ऐसे हुआ खुलासा
जितेंद्र 12 सितंबर 2023 को शिवांगी उर्फ सबिता से यह बताकर गया कि उसकी नाइट ड्यूटी है और सुबह आएगा। लेकिन रात में दो बजे ही रंजीत नगर स्थित अपार्टमेंट में पहुंच गया जहां उसका आवास था। वहां पहले से एक अनजान व्यक्ति को घर में शिवांगी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखकर हक्का-बक्का रह गया। पूछने पर शिवांगी बोली कि यह मेरा भाई है। विरोध करने पर शिवांगी उग्र हो गई और जान से मरवाने की धमकी दी और 20 लाख रुपये की मांग की। जितेंद्र ने इसकी रिपोर्ट नजीराबाद थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि यह शिवांगी नहीं सबिता है। शादी करके लोगों को लूटना ही उसका काम है। उसके एक खाते में ही लगभग एक करोड़ रुपये और दूसरे खाते में 47 हजार रुपये की जानकारी मिली है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।