संचार नाउ, ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के ग्रामीणों में प्राधिकरण की नीतियों को लेकर गहरा आक्रोश है। आज दिनांक 22 जुलाई 2025 को ग्राम अट्टा फतेहपुर (दनकौर) में जन जागरण अभियान के तहत किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता हाजी दिन ने की और संचालन रॉबिन नगर ने किया। गोष्ठी में भारी संख्या में ग्रामीणों ने हिस्सा लिया और आगामी 30 जुलाई को गलगोटिया यूनिवर्सिटी के पास अंडरपास के नीचे आयोजित महापंचायत में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का संकल्प लिया।
दरअसल, किसान गोष्ठी में ग्राम प्रधान इकराम ने कहा कि गांव में बिजली की भारी समस्या है, सरकारी स्कूलों में जलभराव आम बात हो गई है, न तो बारात घर है और न ही पानी निकासी की कोई व्यवस्था। ग्रामीणों का आरोप है कि यमुना प्राधिकरण जानबूझकर गांवों की अनदेखी कर रहा है और विकास कार्यों में सौतेला व्यवहार अपना रहा है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना ने कहा कि गांव अट्टा फतेहपुर सहित कई गांवों की आबादी निस्तारण नहीं की गई है। SIT जांच के नाम पर ग्रामीणों को बरगलाया जा रहा है और किसान कोटे के प्लॉट तक नहीं दिए गए हैं। यह सब किसानों के अधिकारों का सीधा हनन है।
मीडिया प्रभारी सुनील प्रधान ने बताया कि गौतम बुद्ध नगर में सर्किल रेट वर्षों से नहीं बढ़ाया गया, जबकि प्राधिकरण खुद जिन जमीनों को खरीदता है, वहां मनमाने सर्किल रेट बढ़ा दिए जाते हैं। सरकार और प्राधिकरण की मिलीभगत से किसानों को लगातार घाटा उठाना पड़ रहा है।
गोष्ठी में राजे प्रधान, अनित कसाना, हसरत प्रधान, धर्मपाल स्वामी, अर्जुन प्रधान, गुल्लू, अजीत सिंह, पवन नगर, संदीप खटाना, जगदीश सिंह, अशोक कुमार, सलीम, डॉक्टर निजाम, मास्टर फरीद, जमील खान सहित सैकड़ों किसान व ग्रामीण मौजूद रहे। अब सभी की नजरें 30 जुलाई को प्रस्तावित महापंचायत पर टिकी हैं, जहां किसानों की समस्याओं को लेकर एक बड़ा फैसला लिया जा सकता है।