Sanchar Now। वॉन वेल्क्स जर्मनी समूह ने ग्रेटर नोएडा जेवर में अपने नए फुटवियर प्लांट के दूसरे चरण की नींव रखी है। यह प्लांट 10000 वर्ग मीटर में बनाया जा रहा है जिसमें 130000 वर्ग फुट का कवर क्षेत्र है। यह समूह यहां 300 करोड रुपए का पूंजी निवेश करेगा जिससे दस हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। इस मौके पर जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह, यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह सहित अतिरिक्त सीईओ कपिल सिंह व श्रुति, उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी और कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अतिथि मौजूद रहे। जिनमे अमेरिका, जर्मनी, दुबई मध्य पूर्व अफ्रीका, मलेशिया, श्रीलंका, इंडोनेशिया, चीन और जापान सहित कई देशों से कंपनी के सभी साझेदारी इस समारोह में शामिल हुए।
वॉन वेल्क्स जर्मनी समूह के भारत के सीईओ आशीष जैन ने बताया कि यह जर्मन तकनीक का उपयोग करके भारत में स्थापित होने वाला अपनी तरह का पहला आधुनिक फुटवियर प्लांट है। यह फैक्ट्री एक उर्वकर एकीकृत इकाई होगी जिसमें चार मिलियन से अधिक जोड़ों का उत्पादन किया जाएगा। जो दुनिया भर के 80 से अधिक देशों में निर्यात किया जाएगा और भारतीय बाजार में भी बेचा जाएगा। यह एक अनोखा सहयोग है जिसमें जर्मनी और भारतीय कंपनी मिलकर जर्मन तकनीक और भारतीय जनसंख्या लाभ का समन्वय कर रहे हैं। सभी प्रकार के जूते जिनमे स्पोर्ट्स शूज भी शामिल है। अनोखी पेटेंट तकनीक और पर्यावरण अनुकूल तकनीक का उपयोग करके पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की श्रेणी में तैयार किए जाएंगे। कंपनी के बीच यह सहयोग प्रौद्योगिकी हस्तांतरण अनुसंधान और विकास विपणन और उत्पादन के क्षेत्र में होगा।
इसी के साथ उन्होंने कहा कि यह समूह यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) में ही एक विशाल फुटवियर सहायक उद्योग की स्थापना करेगा। जिसके तहत आउट सोल, इंनसोल, इंटरलाइनिग्स और अन्य गैर चमड़ा कच्चे माल का उत्पादन भी किया जाएगा। इससे गुणवत्ता वाले कच्चे माल की उपलब्धता में सुधार होगा। जिससे आयात को प्रतिस्थापित किया जा सकेगा और निर्यात में वृद्धि होगी। इन सभी फैक्ट्रियों के साथ हम लगभग 10000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार देने की योजना बना रहे हैं यहाँ कुल 300 करोड रुपए का निवेश किया जाएगा।
इस मौके पर जेवर विधानसभा के विधायक धीरेंद्र सिंह ने घोषणा करते हुए कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि जर्मनी से आई इतनी अत्याधुनिक तकनीक वाली कंपनियां अपना पूरा आधार चीन से हटाकर जेवर भारत में स्थानांतरित कर रही है। उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि ऐसी श्रम प्रधान उद्योग क्षेत्र में रोजगार सृजन के लिए एक बड़ा मिल का पत्थर साबित होंगे और स्थानीय लोगों के लिए समृद्धि मिलेगी।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने कहा कि यह देखना अद्भुत है की नवीनीकरण और अन्य उन्नत कच्चे माल मधुमेह और ऑर्थोपेडिक्स पर केंद्रित तकनीके जो पहले केवल पश्चिम में उत्पादित होती थी अब भारत आ रही है और दुनिया भर में निर्यात की जाएगी। उन्होंने नए युग की तकनीक के उपयोग के बारे में जोर दिया जो वॉन वेल्क्स जर्मनी जैसी कंपनियों के साथ भारत में फुटवियर उद्योग में एक बड़ा बदलाव लाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस परियोजना को सफल बनाने के लिए यमुना प्राधिकरण ने पूर्ण समर्थन का वादा किया है।