गाजियाबाद के कौशांबी थानाक्षेत्र स्थित आश्रम में साध्वी के साथ रेप की घटना सामने आई है। आश्रम की संचालिका के भाई ने ही साध्वी के साथ दरिंदगी भरी घटना को अंजाम दिया। बलात्कार करने वाला मुख्य आरोपी घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गया, पुलिस ने आश्रम संचालिका सहित उसकी सहायिका को गिरफ्तार किया है। फरार भाई की तलाश जारी है।
कौशांबी थानाक्षेत्र में गुरुकल शांतिधाम आश्रम में असम की एक युवती कुछ समय से रह रही थी। युवती ने आठ मई को पुलिस को थाना कौशांबी में शिकायत दी कि आश्रम संचालिका दिव्या योग माया सरस्वती के सौतेले भाई गोकुल ने कोल्ड्रिंक में नशीला पदार्थ देकर उससे दुष्कर्म किया। आश्रम संचालिका व उसकी साथी शबनम उर्फ राधिका ने भी इसमें साथ दिया।
होश आने पर पीड़िता ने पुलिस को शिकायत की बात कही तो तीनों ने उससे मारपीट की। आरोपियों ने उसका अश्लील वीडियो भी बना लिया था, जिसे वायरल करने की धमकी दे ब्लैकमेल भी कर रहे थे। आरोपियों के चंगुल से छूटकर वह पुलिस थाने पहुंची और शिकायत दर्ज कराई।
युवती ने बताया कि आश्रम की देखरेख के लिए हर महीना 20 हजार रुपये देने की बात कही गई थी। युवती ने आरोप लगाया कि उसे कई महीनों से सैलरी नहीं दी जा रही थी। जब उसने अपने बकाया 1 लाख 40 हजार रुपये मांगे तो उसे ब्लैकमेल और बदनाम करने की धमकी देने लगे।
आश्रम में ही बंधक बनाकर मारा-पीटा भी गया। धमकी दी गई कि पुलिस को शिकायत की तो लाश का पता भी नहीं लगने देंगे। कार्यवाहक एसीपी इंदिरापुरम श्वेता यादव ने बताया कि शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर दिव्या व शबनम को गिरफ्तार कर लिया है। गोकुल की तलाश जारी है। बयान और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।