लूटेरा ही बना दानदाता! जी हां, दिल्ली में एक दंपत्ति को लूटने आए लुटेरे को जब दंपत्ति के पास कुछ भी नहीं मिला तो लुटेरे ने अपनी जेब से ₹100 निकाल कर दंपत्ति को दिए. लूट की इस वारदात को किसी अनजान व्यक्ति ने वीडियो में कैद कर दिया. लूट करने वाला निजी कंपनी में जीएसटी कंटेंट के पद पर तैनात बताया जा रहा है. लुटेरा गैंगस्टर नीरज बवानिया के वीडियो देख कर प्रेरित हुआ था. लुटेरा नीरज बवानिया गैंग में शामिल होना चाह रहा था.
बीती 21 जून को फर्श बाजार में लगभग रात के 11:00 बजे पीसीआर पर कॉल मिली इसमें बताया गया कि दो बंदूक धारी लोग एक दंपत्ति को लूटने की कोशिश कर रहे हैं. पीसीआर कॉल पर फर्श बाजार घटनास्थल पर पुलिस पहुंची तो दंपति ने बताया कि स्कूटी पर सवार दो लोग आए और महिला और उसके पति को लूटने की कोशिश करने लगे.
दंपत्ति ने बताया कि हमारी तलाशी लेने पर लुटेरों को कुछ भी नहीं मिला तो लुटेरों में से एक बंदूकधारी ने दंपत्ति को अपनी जेब से ही ₹100 दिए और चला गया . पूरी घटना मकान में रह रहे एक व्यक्ति ने अपने मोबाइल में कैद कर ली जिसके बाद यह वीडियो वायरल हो गई.
लुटेरों को पकड़ने के लिए खंगाले 200 से अधिक कैमरे
पुलिस ने शाहदरा में लूट करने वाले दोनों लुटेरों को पकड़ने के लिए लगभग 200 से अधिक कैमरों का निरीक्षण किया जिसके बाद लूट और स्नैचिंग को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों की पहचान हो सकी . पुलिस ने बताया की एक आरोपी हर्ष राजपूत जगतपुरी से पकड़ा गया तो वही दूसरा आरोपी जीएसटी अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत देव वर्मा है जिसे बुराड़ी इलाके से पकड़ा गया.
गैंगस्टर नीरज बवानिया की गैंग में शामिल होना चाहता था लुटेरा
पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इनके पास से लूट के 30 मोबाइल बरामद किए घटना में इस्तेमाल वाहन और तमंचा भी बरामद किया है. पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि देव वर्मा एक निजी कंपनी में जीएसटी अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत है और वह गैंगस्टर नीरज बवानिया को अपना आदर्श मानता है गैंगस्टर नीरज बवानिया के यूट्यूब पर वीडियो देखने के बाद वह खुद को गैंग से जुड़ना चाह रहा था.