यमुनानगर. घग्गर और यमुना नदी फिर उफान पर हैं. पहाड़ी राज्यों में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियां फिर से उफान पर हैं. इसका असर मैदानी इलाकों में भी दिखने लगा है.शनिवार तड़के से पंचकूला,अंबाला,यमुनानगर में भी बारिश का दौर जारी है. इससे यहां दोहरी मार पड़ रही है. लोगों को चिंता सता रही है कि फिर से पहले जैसे हालात ना बन जाए. पिछले दिनों आई बाढ़ की आपदा से अभी तो ज़िंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी थी. लेकिन एक बार फिर से बारिश और यमुना नदी के पानी ने लोगों के मन में भय पैदा कर दिया है.
पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के चलते जहां एक तरफ नदियां फिर से उफान पर आ गई हैं वहीं शनिवार को सुबह हथिनी कुंड बैराज में जलस्तर खतरे के निशान पार कर गया है . हालात को भांपते हुए लगभग 2 लाख 9 हजार क्यूसेक पानी दिल्ली की तरफ छोड़ा गया है .पिछले दिनों बैराज से छोड़े गए पानी ने दिल्ली में भयंकर तबाही मचाई थी.दिल्ली के कई इलाके पानी में डूब गए थे. दिल्ली अभी यमुना की बाढ़ से ठीक से संभली भी नही थी की फिर से करीब 36 घंटों बाद मुसीबतों का सैलाब निचले इलाकों की परेशानी बढ़ा सकता है.
पोंटा साहिब-यमुनानगर हाईवे किया गया बंद
हरियाणा और हिमाचल को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पोंटा साहिब-यमुनानगर हाईवे पर पानी के साथ बड़े-बड़े पत्थर और मलबा आने से यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. एहतियातन इस मार्ग को बंद कर दिया गया है. जिसके चलते वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई हैं.
प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
हथिनी कुंड बैराज के फ्लड गेट खोलने से दिल्ली पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. हथिनी कुंड बैराज से लगभग 2 लाख 9 हज़ार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. दिल्ली में यमुना का पानी फिर तबाही मचा सकता है.इसी बीच प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है और लोगों से यमुना से दूर रहने की चेतावनी दी है.