संचार न्यूज़। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ग्रेटर नोएडा के यथार्थ अस्पताल के द्वारा वुमन वॉकथॉन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण और उनके स्वास्थ्य के प्रति भी सराहनीय कदम उठाए गए। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लैंगिक समानता के बारे में जागरूकता बढ़ाना, महिलाओं को निवारक स्वास्थ्य देखभाल के बारे में ज्ञान से लैस करना और उन्हें अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए प्रोत्साहित करना था।
दरअसल, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को लेकर ग्रेटर नोएडा में रविवार को वूमेन वॉकथॉन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत एडिशनल जिला एवं सेशन जज न्यायाधीश मोना पवार ने हर झंडी दिखाकर की। रविवार की सुबह आयोजित ग्रेटर नोएडा यथार्थ में हुए कार्यक्रम में 400 से अधिक महिलाओं ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।
रविवार की सुबह लगभग साजिदा मसूरी ने एक शांत और कायाकल्पकारी योग सत्र शुरू किया। इसके बाद जोरदार जुंबा डांस सेशन ने प्रतियोगिता को ऊर्जा से भर दिया। उच्च ऊर्जा और सचेतन गतिविधियों के इस संयोजन के दिन के लिए सही लय निर्धारित की जो महिलाओं के लिए शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से स्वस्थ रहने के महत्व पर बोल देता है।
सुबह के स्पूर्ति दायक अभ्यास के बाद 3 किलोमीटर के वॉकथॉन की शुरुआत हुई। यह वॉकथॉन एकजुट और सशक्तिकरण के एक शक्तिशाली प्रतीक के रूप में कार्य करता है। क्योंकि सैकड़ो महिलाएं अपनी शक्ति और एकता का जश्न मनाने के लिए एक साथ नजर आई। इस वूमेन वॉकथॉन का एक ज्ञानवर्धक स्वास्थ्य वार्ता के साथ समापन हुआ।
इस मौके पर डॉ मंजू त्यागी ने कहां की सभी महिलाएं आज सभी क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज कर रही है और देश की तरक्की में अपना योगदान दे रही है। इसके साथ ही मुख्य अतिथि मोना पवार ने कहा कि महिलाओं के बिना समाज का उत्थान असंभव है। समाज में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिए यथार्थ हॉस्पिटल के द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं जो सराहनीय है।
वुमन वॉकथॉन के मौके पर डॉ नीलम बनर्जी और डॉ सुमन महिला ने महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डाला। जिसमें प्रतिभागियों को निवारक स्वास्थ्य देखभाल प्रथाओं के बारे में जानकारी से लैस किया गया। वहीं इस सत्र में सम्भवतः स्तन कैंसर का पता जल्द लगाने, सर्वाइकल कैंसर की जांच और नियमित जांचों के महत्व पूर्ण जैसे विषयों के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही अस्पताल में इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) और प्रसूति एवं स्त्री रोग ( ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी) से संबंधित चिताओं के लिए निशुल्क परामर्श प्रदान करने के लिए एक स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया गया।